आज सुबह
पेड़ की डाल पर
फिर चहकीं चिड़ियाँ
सुना मैंने
पेड़ की
नंगी डालों पर
फुदक रही थीं चिड़ियाँ
देखा मैंने
ख़ाली कनस्तर
ठण्डा चूल्हा
प्रश्नचिह्न बनीं आँखें
मन को छीलने वाली
चुप्पी में गूँजती
अनिवार्य आवश्यकताओं की सूची
बुझा है मन मेरा
पेड़ नहीं है हरा
फिर भी
चहक / फुदक रही हैं
चिड़ियाँ
ख़ुद देख / समझकर
बच्चों को दिखलाता हूँ-
देखो, कैसे फुदक रही है चिड़ियाँ!
देखो, कैसे फुदक रही है चिड़ियाँ!