कभी ख़ालीपन का चरित्र-चित्रण किया है?

ख़ालीपन का भार
कितना बोझिल हो सकता है
किसी तौल काँटे की सामर्थ्य से ज़्यादा
किसी वाहन की क्षमता से भारी।

ख़ालीपन निर्वात है, शून्य है,
ख़ालीपन ब्लैकहोल है

जो नित निगल सकता है
बड़े से बड़े तारों, ग्रहों
तथा नक्षत्रीय पिण्डों को

यह ख़ालीपन का ब्लैकहोल
समूचा निगल लेने वाला ड्रैगन है
जिसके मुख से निकली अग्नि
सार तत्वों को जला सकती है
शिरा-रेखाओं को मिटा सकती है
जीवधारी को रूपांतरित कर सकती है

ख़ालीपन…

मिटने दो,
भरने दो
अपनी उद्दाम इच्छाओं से
अमेय आकांक्षाओं से
अपनी सुनामी से
अपनी कलाओं से
अपनी भंगिमाओं से

क्योंकि,
इसका भरना ही इसका भारशून्य होना है।

नम्रता श्रीवास्तव
अध्यापिका, एक कहानी संग्रह-'ज़िन्दगी- वाटर कलर से हेयर कलर तक' तथा एक कविता संग्रह 'कविता!तुम, मैं और........... प्रकाशित।