किताब अंश: ‘हैरी पॉटर और मौत के तोहफ़े’ – जे. के. रोलिंग
किंग्स क्रॉस पर हैरी और डम्बलडोर की बातचीत
वह मुँह के बल लेटा हुआ ख़ामोशी में सुन रहा था। वह बिलकुल अकेला था। वहाँ और कोई भी नहीं था। उसे तो यह भी पूरा यक़ीन नहीं था कि वह ख़ुद भी वहाँ था।
एक लम्बे समय बाद, या शायद तत्काल बाद ही, उसे यह लगा कि उसका अस्तित्व है। वह किसी भूत या विचार की तरह अमूर्त या बिना शरीर का नहीं हो सकता। क्योंकि वह लेटा हुआ था, निश्चित रूप से किसी सतह पर लेटा हुआ था। इसका मतलब यह था कि उसकी इंद्रियाँ स्पर्श को महसूस कर रही थीं। इसका यह भी मतलब था कि जिस चीज़ पर वह लेटा था, उसका भी अस्तित्व होगा।
जैसे ही हैरी इस नतीजे पर पहुँचा, उसका ध्यान इस बात की तरफ़ गया कि वह नंगा था। चूँकि वह बिलकुल अकेला था, इसलिए इस बात से उसे चिंता नहीं हुई, हालाँकि वह थोड़ा चौंक ज़रूर गया। उसने सोचा कि अगर वह महसूस कर सकता है, तो देख भी सकता होगा। आँखें खोलने पर उसे पता चला कि वे भी काम कर रही थीं।
वह चमकीली धुंध में लेटा था, हालाँकि इस तरह की धुंध उसने पहले कभी महसूस नहीं की थी। उसके आस-पास का माहौल बादल जैसे धुएँ में नहीं छिपा था, बल्कि ऐसा लग रहा था जैसे बादलों से बना हो। जिस फ़र्श पर वह लेटा था, वह सफ़ेद लग रहा था, न गर्म, न ही ठंडा। वहाँ पर बस एक समतल, ख़ाली चीज़ थी।
वह उठकर बैठ गया। उसके शरीर पर कोई घाव नहीं था। उसने अपना चेहरा छुआ। उसके चेहरे पर चश्मा नहीं था।
फिर एक आवाज़ आस-पास के शून्य से उस तक पहँची। किसी के हल्के-हल्के टकराने की आवाज़, जो जूझ रही थी, फड़फड़ा रही थी, तड़प रही थी। यह एक करुण आवाज़ थी, थोड़ी भद्दी भी। उसे यह अप्रिय एहसास हुआ कि वह किसी गोपनीय या शर्मनाक चीज़ को चुपके से सुन रहा था।
पहली बार उसकी इच्छा हुई कि काश वह कपड़े पहने होता।
उसके दिमाग़ में यह इच्छा आते ही तत्काल थोड़ी दूर पर दुशाले प्रकट हो गए। उसने उन्हें पहन लिया। वे नरम, साफ़ और गर्म थे। यह अजीब बात थी कि उसके इच्छा करते ही वे प्रकट हो गए थे…
उसने खड़े होकर चारों तरफ़ देखा। क्या वह किसी बड़े आवश्यकता कक्ष में था? उसने जितनी ज़्यादा दूर तक देखा, उसे उतनी ही ज़्यादा चीज़ें दिखीं। काँच की एक बड़ी, गुम्बद वाली छत धूप में उसके ऊपर चमक रही थी। शायद यह एक महल था। हर चीज़ शांत और स्थिर थी, सिवाय टकराने और सुबकने की उन अजीब-सी आवाज़ों के, जो धुंध में क़रीब से ही आ रही थीं…
हैरी अपनी जगह पर धीरे से घूमा और आस-पास का माहौल उसकी आँखों के सामने बदलने लगा। एक चौड़ी खुली जगह, चमकदार और साफ़, हॉगवर्ट्स के बड़े हॉल से भी ज़्यादा बड़ा हॉल। यह बिलकुल ख़ाली था। वहाँ वह इकलौता व्यक्ति था, सिवाय…
वह चिहुँक गया। उसे वह चीज़ दिख गई, जो आवाज़ें कर रही थी। बच्चे जैसा एक छोटा प्राणी ज़मीन पर नंगा लेटा था। इसकी चमड़ी रूखी और पपड़ीदार दिख रही थी। यह प्राणी उस सीट के नीचे पड़ा-पड़ा काँप रहा था, जहाँ इसे छोड़ दिया गया था। इसे कोई नहीं चाहता था और इसे कोई चोरी से छोड़ गया था। अब यह साँस लेने के लिए जूझ रहा था।
हैरी को डर लगने लगा। हालाँकि प्राणी छोटा, कमज़ोर और घायल था, लेकिन हैरी उसके पास नहीं जाना चाहता था। बहरहाल, वह क़रीब गया और किसी भी पल पीछे कूदने के लिए तैयार था। जल्दी ही वह इतने क़रीब पहुँच गया कि इसे छू सके, लेकिन वह ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। वह ख़ुद को डरपोक समझ रहा था। उसे इस प्राणी को तसल्ली देनी चाहिए, लेकिन इससे उसे नफ़रत हुई।
“तुम कोई मदद नहीं कर सकते।”
उसने पलटकर देखा। एल्बस डम्बलडोर उसकी तरफ़ चलकर आ रहे थे। वे उमंग से तनकर चल रहे थे और उन्होंने नीले दुशाले पहन रखे थे।
“हैरी”, उन्होंने अपनी बाँहें फैलायीं और उनके दोनों हाथ सफ़ेद और सही-सलामत थे। “अद्भुत लड़के। बहादुर, बहादुर आदमी। चलो घुमते हैं।”
हैरान हैरी डम्बलडोर के पीछे चल दिया। वे पपड़ीदार प्राणी से दूर जाने लगे। डम्बलडोर उसे ऊँची चमकती छत के नीचे दो सीटों की तरफ़ ले गए, जिनकी तरफ़ हैरी का पहले ध्यान नहीं गया था। डम्बलडोर उनमें से एक पर बैठ गए और हैरी दूसरी पर बैठकर अपने पुराने हेडमास्टर का चेहरा घूरने लगा। डम्बलडोर के लम्बे, सफ़ेद बाल और दाढ़ी पहले जैसे ही थे। उनकी पैनी नीली आँखें आधे चाँद के आकार के चश्मे के पीछे चमक रही थीं। उनकी नाक पहले जैसी ही मुड़ी हुई थी। हर चीज़ वैसी ही थी, जैसी उसे याद थी। लेकिन फिर भी…
“लेकिन आप तो मरा चुके हैं?” हैरी।
“ओह हाँ”, डम्बलडोर ने सामान्य आवाज़ में कहा।
“तो क्या मैं भी मर चुका हूँ?”
“आह”, डम्बलडोर ने कहा और अब वे ज़्यादा खुलकर मुस्करा रहे थे। “यही तो सवाल है, है ना? कुल मिलाकर, प्यारे बच्चे, मुझे लगता है— नहीं।”
उन्होंने एक-दूसरे को देखा। डम्बलडोर अब भी मुस्करा रहे थे।
“नहीं?” हैरी ने दोहरया।
“नहीं”, डम्बलडोर बोले।
“लेकिन…” हैरी ने अपना हाथ बिजली के निशान की तरफ़ उठाया, परंतु वहाँ निशान नहीं था। “लेकिन मुझे तो मर जाना चाहिए था—मैंने ख़ुद को नहीं बचाया था! मैं चाहता था कि वह मुझे मार डाले।”
डम्बलडोर ने कहा, “मैं सोचता हूँ कि इसी से सारा फ़र्क़ पड़ा।”
ख़ुशी, रोशनी की तरह, आग की तरह डम्बलडोर से प्रवाहित हो रही थी। हैरी ने पहले कभी उन्हें इतनी ज़्यादा संतुष्ट नहीं देखा था।
“समझाएँ”, हैरी ने कहा।
“लेकिन तुम पहले से ही जानते हो”, डम्बलडोर ने अपने अँगूठे आपस में चटकाते हुए कहा।
“मैंने उसे ख़ुद को मारने दिया”, हैरी ने कहा। “है ना?”
“तुमने ऐसा ही किया”, डम्बलडोर ने सिर हिलाते हुए कहा। “आगे कहो।”
“तो उसकी आत्मा का जो हिस्सा मुझमें था…”
डम्बलडोर ने और भी उत्साह से सिर हिलाया तथा हैरी को आगे बोलने के लिए प्रेरित किया। उनके चेहरे पर प्रोत्साहन भरी चौड़ी मुस्कान थी।
“…क्या यह हिस्सा चला गया है?”
“ओह हाँ!” डम्बलडोर ने कहा। “हाँ, उसने इसे नष्ट कर दिया है। हैरी, तुम्हारी आत्मा समूची है और अब वह पूरी तरह तुम्हारी है।”
“लेकिन फिर …”
हैरी ने अपने कंधे के पीछे देखा, जहाँ घायल छोटा प्राणी कुर्सी के नीचे काँपा।
“वह क्या है, प्रोफ़ेसर?”
“एक ऐसी चीज़, जो हम दोनों की मदद से परे है”, डम्बलडोर ने कहा।
“लेकिन अगर वोल्डेमॉर्ट ने मारक शाप का इस्तेमाल किया था”, हैरी ने दोबारा कहना शुरू किया, “और इस बार मेरी ख़ातिर कोई भी नहीं मरा — तो फिर मैं ज़िंदा कैसे बच सकता हूँ?”
“मुझे लगता है कि तुम जानते हो”, डम्बलडोर ने कहा। “अतीत को याद करते हुए सोचो। याद करो कि उसने अपने अज्ञान में, लालच में, क्रूरता में क्या किया था।”
हैरी ने सोचते हुए अपने आस-पास के माहौल पर नज़र डाली। वे जहाँ बैठे थे, वह सचमुच किसी महल जैसा लग रहा था। हालाँकि यह अजीब सा महल था, क्योंकि इसमें थोड़ी-थोड़ी दूर पर कुर्सियाँ क़तार में लगी थीं और रेलिंग भी थी। वहाँ हैरी, डम्बलडोर और कुर्सी के नीचे पड़े सुबकते प्राणी के सिवाय कोई नहीं था। फिर जवाब उसके होठों तक आसानी से, बिना किसी कोशिश के आ गया।
हैरी बोला, “उसने मेरा ख़ून लिया था।”
“बिलकुल!” डम्बलडोर ने कहा। “उसने तुम्हारा ख़ून लिया था और उसने अपने शरीर को दोबारा बनाया था! तुम्हारा ख़ून उसकी रगों में बह रहा था, हैरी। लिली की सुरक्षा तुम दोनों के भीतर थी! वोल्डेमॉर्ट ने यह इंतज़ाम कर दिया था कि उसके ज़िंदा रहने तक तुम भी जिंदा रहो।”
“मैं ज़िंदा रहूँ… जब तक वह ज़िंदा रहे? लेकिन मैंने तो सोचा था… मैंने तो सोचा था कि मामला उल्टा था! मैंने तो सोचा था कि हम दोनों को मरना होगा? या फिर यह एक ही बात है?”
दर्द से कराहते प्राणी के सुबकने और हाथ पटकने से उसका ध्यान भटक गया। वह एक बार फिर पीछे मुड़कर उसकी तरफ़ देखने लगा।
“आपको यक़ीन है कि हम कुछ नहीं कर सकते?”
“कोई मदद सम्भव नहीं है।”
“तो फिर और ज़्यादा… स्पष्ट करें”, हैरी ने कहा। डम्बलडोर मुस्कराए।
“तुम सातवें होरक्रक्स थे, हैरी। वह होरक्रक्स, जिसे वह बनाना नहीं चाहता था। उसने अपनी आत्मा को इतना अस्थिर कर दिया था कि जब उसने तुम्हारे माता-पिता की हत्या करने और छोटे से बच्चे की जान लेने की घिनौनी कोशिश करने का जघन्य अपराध किया, तो यह टूटकर अलग हो गई। लेकिन उसकी आत्मा का जितना हिस्सा उस कमरे में आया था, उतना बाहर नहीं गया, हालाँकि वह यह बात नहीं जानता था। वह अपने पीछे तुम्हारे शरीर के अलावा भी कुछ छोड़कर गया था। उसकी आत्मा का टुकड़ा तुमसे जुड़ गया था—वह सम्भावित शिकार, जो बच गया था।
लेकिन उसका ज्ञान दुखद रूप से अधूरा था, हैरी! वोल्डेमॉर्ट जिसे महत्वपूर्ण नहीं मानता है, उसे समझने की कोशिश भी नहीं करता है। घरेलू जिन्नों और बच्चों की कहानियों, प्रेम, वफ़ादारी या मासूमियत के बारे में वोल्डेमॉर्ट कुछ नहीं जानता और समझता है। कुछ भी नहीं। इन सबमें उसकी शक्ति से परे भी कोई शक्ति है, जादू की पहुँच से परे भी कोई शक्ति है, इस सच्चाई को वह कभी नहीं समझ पाया।
उसने तुम्हारा ख़ून इस विश्वास से लिया कि इससे वह शक्तिशाली बन जाएगा। उसने अपने शरीर में उस जादू का छोटा-सा हिस्सा भी ले लिया, जो तुम्हारी माँ के बलिदान के कारण तुम्हारी सुरक्षा कर रहा था। उसके शरीर में लिली का बलिदान ज़िंदा रहता और जब तक वह सम्मोहन बरक़रार रहता, तब तक तुम भी ज़िंदा रहते और वोल्डेमॉर्ट की आख़िरी उम्मीद भी बाक़ी रहती।”
डम्बलडोर हैरी को देखकर मुस्कराए। हैरी उन्हें घूरता रहा।
“और आप यह बात जानते थे? आप—हमेशा जानते थे?”
“मैंने अंदाज़ा लगाया था। लेकिन मेरे अंदाज़े आम तौर पर सही होते हैं”, डम्बलडोर ने ख़ुशी से चहकते हुए कहा। वे दोनों काफ़ी समय तक ख़ामोशी में बैठे रहे, जिस दौरान उनके पीछे का प्राणी लगातार काँपता और सुबकता रहा।
“और भी कुछ है”, हैरी ने कहा। “इसमें और भी कुछ है। मेरी छड़ी ने उसकी उधार वाली छड़ी को क्यों तोड़ दिया था?”
“उस बारे में मुझे पक्का पता नहीं है।”
“तो फिर अंदाज़ा ही बताएँ”, हैरी ने कहा और डम्बलडोर हँस दिए।
“हैरी, तुम्हें यह समझना होगा कि तुम और लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट जादू की ऐसी सरहदों तक पहुँच गए हो, जो अनजान और अपरिचित हैं। यह अभूतपूर्व है, इसलिए मुझे यह लगता है कि कोई भी छड़ीसाज़ इसकी भविष्यवाणी नहीं कर सकता था या वोल्डेमॉर्ट को नहीं बता सकता था। लेकिन मुझे लगता है कि यह हुआ होगा—
जैसा कि तुम अब जानते हो, इंसानी शरीर वापस पाते समय अनजाने में ही लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट ने तुम दोनों के बीच के बंधन को दुगुना कर दिया। वह नहीं जानता था कि उसकी आत्मा का एक टुकड़ा तुम्हारे साथ जुड़ गया था। उसने ख़ुद को शक्तिशाली बनाने के इरादे से तुम्हारी माँ के बलिदान का एक अंश अपने भीतर ले लिया। अगर वह उस बलिदान की ज़बर्दस्त शक्ति को समझ सकता तो शायद वह तुम्हारे ख़ून को छूने की भी हिम्मत नहीं करता… लेकिन अगर वह समझ सकता, तो वह लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट नहीं होता और कभी किसी की हत्या नहीं करता।
इस दोतरफ़ा सम्बन्ध के सुनिश्चित होने के बाद तुम दोनों की क़िस्मत एक साथ गुँथ गई, जो आज तक के इतिहास में कभी दो जादूगरों के साथ नहीं हुआ है। इसके बाद वोल्डेमॉर्ट ऐसी छड़ी से तुम पर हमला करने गया, जिसका मूल तत्व तुम्हारी छड़ी के मूल तत्व का जुड़वाँ था। और जैसा कि हम जानते हैं, इसकी वजह से बहुत ही अजीब घटना हुई। दोनों मूल तत्वों ने ऐसे तरीक़े से प्रतिक्रिया की, जिसकी लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट कभी उम्मीद भी नहीं कर सकता था, क्योंकि वह नहीं जानता था कि तुम्हारी और उसकी
छड़ी जुड़वाँ हैं।
हैरी, उस रात को वह तुमसे ज़्यादा डरा हुआ था। तुमने तो मौत की सम्भावना को स्वीकार कर लिया था, यहाँ तक कि गले भी लगा लिया था। यह एक ऐसी चीज़ थी, जो लार्ड वोल्डेमॉर्ट कभी नहीं कर सकता था। तुम्हारी हिम्मत जीत गई। तुम्हारी छड़ी ने उसकी छड़ी को हरा दिया। और ऐसा करते समय दोनों छड़ियों के बीच ऐसा कुछ हुआ, जो उनके मालिकों के आपसी सम्बन्ध को दर्शाता था।
मेरा मानना है कि उस रात तुम्हारी छड़ी ने वोल्डेमॉर्ट की छड़ी की कुछ शक्तियाँ और गुण ले लिए, जिसका मतलब यह है कि इसमें थोड़ा-सा वोल्डेमॉर्ट ख़ुद आ गया। यही वजह है कि जब वह तुम्हारा पीछा कर रहा था तो तुम्हारी छड़ी ने उसे पहचान लिया। छड़ी ने पहचान लिया कि वह परिचित और कट्टर दुश्मन है। इसके बाद तुम्हारी छड़ी ने उसी के जादू का इस्तेमाल उस पर किया। वह जादू इतना सशक्त था कि लूसियस की छड़ी ने पहले कभी नहीं किया था। तुम्हारी छड़ी में तुम्हारे प्रबल साहस और वोल्डेमॉर्ट की घातक योग्यता की शक्तियाँ थीं। लूसियस मैल्फ़ॉय की छड़ी के पास बचने का मौक़ा ही कहाँ था?”
“लेकिन अगर मेरी छड़ी इतनी शक्तिशाली थी, तो फिर हर्माइनी ने उसे कैसे तोड़ दिया?” हैरी ने पूछा।
“मेरे प्यारे लड़के, उस छड़ी के उल्लेखनीय परिणाम सिर्फ़ वोल्डेमॉर्ट के मामले तक सीमित थे, जिसने जादू के सबसे गहरे नियमों के साथ ग़लत ढंग से छेड़खानी की थी। सिर्फ़ उसके लिए ही वह छड़ी असामान्य रूप से शक्तिशाली थी। वरना तो वह बाक़ी छड़ियों जैसी ही थी… हालाँकि मुझे यक़ीन है कि अच्छी थी।”, डम्बलडोर ने दयालुता से बात पूरी की।
हैरी लम्बे समय तक या कुछ पलों तक विचार में डूबा रहा। यहाँ पर समय जैसी चीज़ों के बारे में पक्के तौर पर कुछ कहना बहुत मुश्किल था।
“उसने मुझे आपकी छड़ी से मारा।”
“वह तुम्हें मेरी छड़ी से नहीं मार पाया।” डम्बलडोर ने हैरी की बात सही की। “मुझे लगता है कि हम इस बात पर सहमत हो सकते हैं कि तुम मरे नहीं हो — हालाँकि ज़ाहिर है” उन्होंने आगे कहा, जैसे उन्हें डर हो कि उन्होंने ग़लत बात कह दी है, “मैं तुम्हारे कष्टों को कम नहीं आँक रहा हूँ, जो मुझे लगता है कि बहुत गम्भीर थे।”
“मैं इस वक़्त बहुत अच्छा महसस कर रहा हूँ”, हैरी ने अपने साफ़, बेदाग़ हाथों को देखते हए कहा। “हम कहाँ हैं?”
“यही तो मैं तुमसे पूछना चाह रहा हूँ”, डम्बलडोर ने चारों तरफ़ देखते हुए कहा। “तुम्हें क्या लगता है?”
जब तक डम्बलडोर ने यह नहीं पूछा, हैरी को पता नहीं था। बहरहाल, अब उसने पाया कि उसके पास जवाब तैयार था।
हैरी ने धीरे से कहा, “यह तो किंग्स क्रॉस स्टेशन जैसा लगता है। फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है कि यह बहुत ज़्यादा साफ़ और ख़ाली है और जहाँ तक मैं देख सकता हूँ, कोई ट्रेन भी नहीं दिख रही है।”
“किंग्स क्रॉस स्टेशन!” डम्बलडोर हँस रहे थे। “अच्छा, सचमुच?”
“तो आपके हिसाब से हम कहाँ हैं?” हैरी ने थोड़े रक्षात्मक अंदाज़ में कहा।
“मेरे प्यारे बच्चे, मुझे ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है। यह तो तुम्हारी पार्टी है।”
हैरी को पता नहीं था कि इसका क्या मतलब है। डम्बलडोर उसे ग़ुस्सा दिला रहे थे। उसने उनकी तरफ़ घूरा, फिर उसे याद आया कि उसे वर्तमान जगह का पता लगाने से ज़्यादा ज़रूरी सवाल पूछना है|
“मौत के तोहफ़े”, उसने कहा और यह देखकर ख़ुश हुआ कि इन शब्दों से डम्बलडोर के चेहरे की मुस्कान उड़ गई।
“ओह हाँ”, उन्होंने थोड़ा चिंतित दिखते हुए कहा।
“तो?”
हैरी जब से डम्बलडोर से मिला था, तब से पहली बार वे बूढ़े के बजाय युवा दिख रहे थे। पल भर के लिए तो वे उस छोटे बच्चे जैसे लगे, जिसे ग़लती करते हुए पकड़ लिया गया हो।
“क्या तुम मुझे माफ़ कर सकते हो?” उन्होंने कहा। “क्या तुम इस बात के लिए मुझे माफ़ कर सकते हो कि मैंने तुम पर पूरा भरोसा नहीं किया? मैंने तुम्हें पूरी बात नहीं बतायी हैरी, मुझे डर था कि मेरी ही तरह तुम भी नाकामयाब हो जाओगे। मुझे डर था कि तुम भी मेरे जैसी ग़लतियाँ करोगे। मैं तुमसे माफ़ी चाहता हूँ, हैरी। अब मैं जान गया हूँ कि तुम मुझसे ज़्यादा अच्छे आदमी हो।”
“आप किस बारे में बोल रहे हैं?” हैरी ने डम्बलडोर के बोलने के अंदाज़ और उनकी आँखों के आँसुओं से हैरान होकर कहा।
“मौत के तोहफ़े, मौत के तोहफ़े”, डम्बलडोर बुदबुदाए। “हताश व्यक्ति का सपना!”
“वे असली हैं!”
“असली और ख़तरनाक। मूर्खों के लिए लालच का जाल”, डम्बलडोर ने कहा। “और मैं कितना मूर्ख था! लेकिन तुम जानते हो, है ना? अब तुमसे कोई बात नहीं छिपी है। तुम सब कुछ जानते हो।”
“मैं क्या जानता हूँ?”
डम्बलडोर ने अपना पूरा शरीर हैरी की तरफ़ घुमाया और उनकी चमकदार नीली आँखों में आँसू अब भी चमक रहे थे।
“मौत का मालिक, हैरी, मौत का मालिक! क्या मैं वोल्डेमॉर्ट से ज़्यादा अच्छा था?”
“ज़ाहिर है आप थे”, हैरी ने कहा। “ज़ाहिर है — आप यह बात सोच भी कैसे सकते हैं? आपने कभी किसी को नहीं मारा, जब आपके पास विकल्प मौजूद थे!”
“सच है, सच है”, डम्बलडोर ने कहा। इस वक़्त वे तसल्ली चाहने वाले बच्चे की तरह दिख रहे थे। “फिर भी मैंने मौत को जीतने का एक तरीक़ा खोजना चाहा, हैरी।”
“उस तरीक़े से नहीं, जिस तरीक़े से उसने किया था”, हैरी ने कहा। डम्बलडोर पर उसके इतने ग़ुस्से के बाद यह अजीब था कि वह ऊँची छत के नीचे बैठकर डम्बलडोर को ख़ुद उन्हीं के हमले से बचा रहा था। “होरक्रक्स नहीं, मौत के तोहफ़े।”
“बिलकुल। होरक्रक्स नहीं, मौत के तोहफ़े”, डम्बलडोर बुदबुदाए।
ख़ामोशी छा गई। उनके पीछे का प्राणी सुबक रहा था, लेकिन हैरी ने पीछे पलटकर नहीं देखा।
“ग्रिन्डेलवाल्ड भी उनकी तलाश कर रहा था?” उसने पूछा।
डम्बलडोर ने एक पल के लिए अपनी आँखें बंद कीं और सिर हिला दिया।
“सबसे बढ़कर इसी बात ने हम दोनों को एक-दूसरे की ओर खींचा था”, उन्होंने धीरे से कहा। “दो चतर, घमंडी लड़के, जिनकी लालसा एक ही थी। मुझे यक़ीन है, तुमने अंदाज़ा लगा लिया होगा कि वह गॉडरिक्स हॉलो क्यों आना चाहता था। क्योंकि वहीं पर इग्नोटस पेवरेल की क़ब्र थी। वह उस जगह पर अच्छी तरह खोज करना चाहता था, जहाँ तीसरा भाई मरा था।”
“तो यह सच है?” हैरी ने पूछा। “वह कहानी? पेवरेल भाई…”
“कहानी में तीन भाई थे”, डम्बलडोर ने सिर हिलाते हुए कहा। “ओह हाँ, मुझे ऐसा ही लगता है। वे वीरान रास्ते में मौत से मिले थे… इस बारे में मुझे ज़्यादा सम्भव यह लगता है कि पेवरेल भाई बहुत ही प्रतिभाशाली और ख़तरनाक जादूगर थे तथा अपने जादू से उन्होंने इन शक्तिशाली वस्तुओं को उत्पन्न किया था। मुझे लगता है कि इनके बारे में मौत के तोहफ़ों की कहानी किंवदंती के रूप में गढ़ ली गई होगी।
जैसा कि तुम अब जानते हो, चोग़ा सदियों तक पिता से बेटे, माता से बेटी तक हस्तांतरित होता आया है। इस वक़्त यह चोग़ा इग्नोटस के आख़िरी जीवित वंशज के पास है, जो इग्नोटस की तरह ही गॉडरिक्स हॉलो गाँव में पैदा हुआ था।”
डम्बलडोर हैरी की तरफ़ देखकर मुस्कराए।
“मैं?”
“हाँ, तुम। मैं जानता हूँ, तुमने अंदाज़ा लगा लिया होगा कि जिस रात तुम्हारे माता-पिता मरे थे, उस रात को यह चोग़ा मेरे पास क्यों था। जेम्स ने मुझे वह चोग़ा कुछ दिन पहले ही दिखाया था। इससे यह स्पष्ट हो गया कि स्कूल में उसकी ज़्यादातर ग़लत हरकतें पकड़ में क्यों नहीं आयी थीं! मैं जो देख रहा था, उस पर मुझे यक़ीन नहीं हुआ। मैंने उसकी जाँच करने के लिए उसे कुछ समय के लिए माँग लिया। मैंने मौत के तीनों तोहफ़ों को एक साथ करने का अपना सपना काफ़ी समय पहले ही छोड़ दिया था, लेकिन मैं उसे क़रीब से देखने के लोभ को नहीं छोड़ पाया… मैंने ऐसा चोग़ा पहले कभी नहीं देखा था, बहुत ही पुराना, हर तरह से आदर्श… फिर तुम्हारे पिता की मौत हो गई और मेरे पास आख़िरकार मौत के दो तोहफ़े हो गए!”
उनके बोलने का अंदाज़ असहनीय रूप से कटु था।
“चोग़े से उन्हें बचने में मदद नहीं मिलती”, हैरी ने जल्दी से कहा। वोल्डेमॉर्ट जानता था कि मेरे मम्मी-डैडी कहाँ छिपे हैं। चोग़ा उन्हें शाप से नहीं बचा पाता।”
“सच है”, डम्बलडोर ने आह भरते हुए कहा। “सच है।”
हैरी ने इंतज़ार किया, लेकिन डम्बलडोर कुछ नहीं बोले, इसलिए उसने उन्हें उकसाया।
“तो जब यह चोग़ा आपको दिखा, तब तक आप मौत के तोहफ़ों की तलाश छोड़ चुके थे?”
“ओह हाँ”, डम्बलडोर ने हल्के से कहा। ऐसा लग रहा था कि वे मजबूरी में हैरी से नज़रें मिला रहे थे। “तुम जानते हो क्या हुआ था
वह मुँह के बल लेटा हुआ ख़ामोशी में सुन रहा था। वह बिलकुल अकेला था। वहाँ और कोई भी नहीं था। उसे तो यह भी पूरा यक़ीन नहीं था कि वह ख़ुद भी वहाँ था।
एक लम्बे समय बाद, या शायद तत्काल बाद ही, उसे यह लगा कि उसका अस्तित्व है। वह किसी भूत या विचार की तरह अमूर्त या बिना शरीर का नहीं हो सकता। क्योंकि वह लेटा हुआ था, निश्चित रूप से किसी सतह पर लेटा हुआ था। इसका मतलब यह था कि उसकी इंद्रियाँ स्पर्श को महसूस कर रही थीं। इसका यह भी मतलब था कि जिस चीज़ पर वह लेटा था, उसका भी अस्तित्व होगा।
जैसे ही हैरी इस नतीजे पर पहुँचा, उसका ध्यान इस बात की तरफ़ गया कि वह नंगा था। चूँकि वह बिलकुल अकेला था, इसलिए इस बात से उसे चिंता नहीं हुई, हालाँकि वह थोड़ा चौंक ज़रूर गया। उसने सोचा कि अगर वह महसूस कर सकता है, तो देख भी सकता होगा। आँखें खोलने पर उसे पता चला कि वे भी काम कर रही थीं।
वह चमकीली धुंध में लेटा था, हालाँकि इस तरह की धुंध उसने पहले कभी महसूस नहीं की थी। उसके आस-पास का माहौल बादल जैसे धुएँ में नहीं छिपा था, बल्कि ऐसा लग रहा था जैसे बादलों से बना हो। जिस फ़र्श पर वह लेटा था, वह सफ़ेद लग रहा था, न गर्म, न ही ठंडा। वहाँ पर बस एक समतल, ख़ाली चीज़ थी।
वह उठकर बैठ गया। उसके शरीर पर कोई घाव नहीं था। उसने अपना चेहरा छुआ। उसके चेहरे पर चश्मा नहीं था।
फिर एक आवाज़ आस-पास के शून्य से उस तक पहँची। किसी के हल्के-हल्के टकराने की आवाज़, जो जूझ रही थी, फड़फड़ा रही थी, तड़प रही थी। यह एक करुण आवाज़ थी, थोड़ी भद्दी भी। उसे यह अप्रिय एहसास हुआ कि वह किसी गोपनीय या शर्मनाक चीज़ को चुपके से सुन रहा था।
पहली बार उसकी इच्छा हुई कि काश वह कपड़े पहने होता।
उसके दिमाग़ में यह इच्छा आते ही तत्काल थोड़ी दूर पर दुशाले प्रकट हो गए। उसने उन्हें पहन लिया। वे नरम, साफ़ और गर्म थे। यह अजीब बात थी कि उसके इच्छा करते ही वे प्रकट हो गए थे…
उसने खड़े होकर चारों तरफ़ देखा। क्या वह किसी बड़े आवश्यकता कक्ष में था? उसने जितनी ज़्यादा दूर तक देखा, उसे उतनी ही ज़्यादा चीज़ें दिखीं। काँच की एक बड़ी, गुम्बद वाली छत धूप में उसके ऊपर चमक रही थी। शायद यह एक महल था। हर चीज़ शांत और स्थिर थी, सिवाय टकराने और सुबकने की उन अजीब-सी आवाज़ों के, जो धुंध में क़रीब से ही आ रही थीं…
हैरी अपनी जगह पर धीरे से घूमा और आस-पास का माहौल उसकी आँखों के सामने बदलने लगा। एक चौड़ी खुली जगह, चमकदार और साफ़, हॉगवर्ट्स के बड़े हॉल से भी ज़्यादा बड़ा हॉल। यह बिलकुल ख़ाली था। वहाँ वह इकलौता व्यक्ति था, सिवाय…
वह चिहुँक गया। उसे वह चीज़ दिख गई, जो आवाज़ें कर रही थी। बच्चे जैसा एक छोटा प्राणी ज़मीन पर नंगा लेटा था। इसकी चमड़ी रूखी और पपड़ीदार दिख रही थी। यह प्राणी उस सीट के नीचे पड़ा-पड़ा काँप रहा था, जहाँ इसे छोड़ दिया गया था। इसे कोई नहीं चाहता था और इसे कोई चोरी से छोड़ गया था। अब यह साँस लेने के लिए जूझ रहा था।
हैरी को डर लगने लगा। हालाँकि प्राणी छोटा, कमज़ोर और घायल था, लेकिन हैरी उसके पास नहीं जाना चाहता था। बहरहाल, वह क़रीब गया और किसी भी पल पीछे कूदने के लिए तैयार था। जल्दी ही वह इतने क़रीब पहुँच गया कि इसे छू सके, लेकिन वह ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। वह ख़ुद को डरपोक समझ रहा था। उसे इस प्राणी को तसल्ली देनी चाहिए, लेकिन इससे उसे नफ़रत हुई।
“तुम कोई मदद नहीं कर सकते।”
उसने पलटकर देखा। एल्बस डम्बलडोर उसकी तरफ़ चलकर आ रहे थे। वे उमंग से तनकर चल रहे थे और उन्होंने नीले दुशाले पहन रखे थे।
“हैरी”, उन्होंने अपनी बाँहें फैलायीं और उनके दोनों हाथ सफ़ेद और सही-सलामत थे। “अद्भुत लड़के। बहादुर, बहादुर आदमी। चलो घुमते हैं।”
हैरान हैरी डम्बलडोर के पीछे चल दिया। वे पपड़ीदार प्राणी से दूर जाने लगे। डम्बलडोर उसे ऊँची चमकती छत के नीचे दो सीटों की तरफ़ ले गए, जिनकी तरफ़ हैरी का पहले ध्यान नहीं गया था। डम्बलडोर उनमें से एक पर बैठ गए और हैरी दूसरी पर बैठकर अपने पुराने हेडमास्टर का चेहरा घूरने लगा। डम्बलडोर के लम्बे, सफ़ेद बाल और दाढ़ी पहले जैसे ही थे। उनकी पैनी नीली आँखें आधे चाँद के आकार के चश्मे के पीछे चमक रही थीं। उनकी नाक पहले जैसी ही मुड़ी हुई थी। हर चीज़ वैसी ही थी, जैसी उसे याद थी। लेकिन फिर भी…
“लेकिन आप तो मरा चुके हैं?” हैरी।
“ओह हाँ”, डम्बलडोर ने सामान्य आवाज़ में कहा।
“तो क्या मैं भी मर चुका हूँ?”
“आह”, डम्बलडोर ने कहा और अब वे ज़्यादा खुलकर मुस्करा रहे थे। “यही तो सवाल है, है ना? कुल मिलाकर, प्यारे बच्चे, मुझे लगता है— नहीं।”
उन्होंने एक-दूसरे को देखा। डम्बलडोर अब भी मुस्करा रहे थे।
“नहीं?” हैरी ने दोहरया।
“नहीं”, डम्बलडोर बोले।
“लेकिन…” हैरी ने अपना हाथ बिजली के निशान की तरफ़ उठाया, परंतु वहाँ निशान नहीं था। “लेकिन मुझे तो मर जाना चाहिए था—मैंने ख़ुद को नहीं बचाया था! मैं चाहता था कि वह मुझे मार डाले।”
डम्बलडोर ने कहा, “मैं सोचता हूँ कि इसी से सारा फ़र्क़ पड़ा।”
ख़ुशी, रोशनी की तरह, आग की तरह डम्बलडोर से प्रवाहित हो रही थी। हैरी ने पहले कभी उन्हें इतनी ज़्यादा संतुष्ट नहीं देखा था।
“समझाएँ”, हैरी ने कहा।
“लेकिन तुम पहले से ही जानते हो”, डम्बलडोर ने अपने अँगूठे आपस में चटकाते हुए कहा।
“मैंने उसे ख़ुद को मारने दिया”, हैरी ने कहा। “है ना?”
“तुमने ऐसा ही किया”, डम्बलडोर ने सिर हिलाते हुए कहा। “आगे कहो।”
“तो उसकी आत्मा का जो हिस्सा मुझमें था…”
डम्बलडोर ने और भी उत्साह से सिर हिलाया तथा हैरी को आगे बोलने के लिए प्रेरित किया। उनके चेहरे पर प्रोत्साहन भरी चौड़ी मुस्कान थी।
“…क्या यह हिस्सा चला गया है?”
“ओह हाँ!” डम्बलडोर ने कहा। “हाँ, उसने इसे नष्ट कर दिया है। हैरी, तुम्हारी आत्मा समूची है और अब वह पूरी तरह तुम्हारी है।”
“लेकिन फिर …”
हैरी ने अपने कंधे के पीछे देखा, जहाँ घायल छोटा प्राणी कुर्सी के नीचे काँपा।
“वह क्या है, प्रोफ़ेसर?”
“एक ऐसी चीज़, जो हम दोनों की मदद से परे है”, डम्बलडोर ने कहा।
“लेकिन अगर वोल्डेमॉर्ट ने मारक शाप का इस्तेमाल किया था”, हैरी ने दोबारा कहना शुरू किया, “और इस बार मेरी ख़ातिर कोई भी नहीं मरा — तो फिर मैं ज़िंदा कैसे बच सकता हूँ?”
“मुझे लगता है कि तुम जानते हो”, डम्बलडोर ने कहा। “अतीत को याद करते हुए सोचो। याद करो कि उसने अपने अज्ञान में, लालच में, क्रूरता में क्या किया था।”
हैरी ने सोचते हुए अपने आस-पास के माहौल पर नज़र डाली। वे जहाँ बैठे थे, वह सचमुच किसी महल जैसा लग रहा था। हालाँकि यह अजीब सा महल था, क्योंकि इसमें थोड़ी-थोड़ी दूर पर कुर्सियाँ क़तार में लगी थीं और रेलिंग भी थी। वहाँ हैरी, डम्बलडोर और कुर्सी के नीचे पड़े सुबकते प्राणी के सिवाय कोई नहीं था। फिर जवाब उसके होठों तक आसानी से, बिना किसी कोशिश के आ गया।
हैरी बोला, “उसने मेरा ख़ून लिया था।”
“बिलकुल!” डम्बलडोर ने कहा। “उसने तुम्हारा ख़ून लिया था और उसने अपने शरीर को दोबारा बनाया था! तुम्हारा ख़ून उसकी रगों में बह रहा था, हैरी। लिली की सुरक्षा तुम दोनों के भीतर थी! वोल्डेमॉर्ट ने यह इंतज़ाम कर दिया था कि उसके ज़िंदा रहने तक तुम भी जिंदा रहो।”
“मैं ज़िंदा रहूँ… जब तक वह ज़िंदा रहे? लेकिन मैंने तो सोचा था… मैंने तो सोचा था कि मामला उल्टा था! मैंने तो सोचा था कि हम दोनों को मरना होगा? या फिर यह एक ही बात है?”
दर्द से कराहते प्राणी के सुबकने और हाथ पटकने से उसका ध्यान भटक गया। वह एक बार फिर पीछे मुड़कर उसकी तरफ़ देखने लगा।
“आपको यक़ीन है कि हम कुछ नहीं कर सकते?”
“कोई मदद सम्भव नहीं है।”
“तो फिर और ज़्यादा… स्पष्ट करें”, हैरी ने कहा। डम्बलडोर मुस्कराए।
“तुम सातवें होरक्रक्स थे, हैरी। वह होरक्रक्स, जिसे वह बनाना नहीं चाहता था। उसने अपनी आत्मा को इतना अस्थिर कर दिया था कि जब उसने तुम्हारे माता-पिता की हत्या करने और छोटे से बच्चे की जान लेने की घिनौनी कोशिश करने का जघन्य अपराध किया, तो यह टूटकर अलग हो गई। लेकिन उसकी आत्मा का जितना हिस्सा उस कमरे में आया था, उतना बाहर नहीं गया, हालाँकि वह यह बात नहीं जानता था। वह अपने पीछे तुम्हारे शरीर के अलावा भी कुछ छोड़कर गया था। उसकी आत्मा का टुकड़ा तुमसे जुड़ गया था—वह सम्भावित शिकार, जो बच गया था।
लेकिन उसका ज्ञान दुखद रूप से अधूरा था, हैरी! वोल्डेमॉर्ट जिसे महत्वपूर्ण नहीं मानता है, उसे समझने की कोशिश भी नहीं करता है। घरेलू जिन्नों और बच्चों की कहानियों, प्रेम, वफ़ादारी या मासूमियत के बारे में वोल्डेमॉर्ट कुछ नहीं जानता और समझता है। कुछ भी नहीं। इन सबमें उसकी शक्ति से परे भी कोई शक्ति है, जादू की पहुँच से परे भी कोई शक्ति है, इस सच्चाई को वह कभी नहीं समझ पाया।
उसने तुम्हारा ख़ून इस विश्वास से लिया कि इससे वह शक्तिशाली बन जाएगा। उसने अपने शरीर में उस जादू का छोटा-सा हिस्सा भी ले लिया, जो तुम्हारी माँ के बलिदान के कारण तुम्हारी सुरक्षा कर रहा था। उसके शरीर में लिली का बलिदान ज़िंदा रहता और जब तक वह सम्मोहन बरक़रार रहता, तब तक तुम भी ज़िंदा रहते और वोल्डेमॉर्ट की आख़िरी उम्मीद भी बाक़ी रहती।”
डम्बलडोर हैरी को देखकर मुस्कराए। हैरी उन्हें घूरता रहा।
“और आप यह बात जानते थे? आप—हमेशा जानते थे?”
“मैंने अंदाज़ा लगाया था। लेकिन मेरे अंदाज़े आम तौर पर सही होते हैं”, डम्बलडोर ने ख़ुशी से चहकते हुए कहा। वे दोनों काफ़ी समय तक ख़ामोशी में बैठे रहे, जिस दौरान उनके पीछे का प्राणी लगातार काँपता और सुबकता रहा।
“और भी कुछ है”, हैरी ने कहा। “इसमें और भी कुछ है। मेरी छड़ी ने उसकी उधार वाली छड़ी को क्यों तोड़ दिया था?”
“उस बारे में मुझे पक्का पता नहीं है।”
“तो फिर अंदाज़ा ही बताएँ”, हैरी ने कहा और डम्बलडोर हँस दिए।
“हैरी, तुम्हें यह समझना होगा कि तुम और लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट जादू की ऐसी सरहदों तक पहुँच गए हो, जो अनजान और अपरिचित हैं। यह अभूतपूर्व है, इसलिए मुझे यह लगता है कि कोई भी छड़ीसाज़ इसकी भविष्यवाणी नहीं कर सकता था या वोल्डेमॉर्ट को नहीं बता सकता था। लेकिन मुझे लगता है कि यह हुआ होगा—
जैसा कि तुम अब जानते हो, इंसानी शरीर वापस पाते समय अनजाने में ही लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट ने तुम दोनों के बीच के बंधन को दुगुना कर दिया। वह नहीं जानता था कि उसकी आत्मा का एक टुकड़ा तुम्हारे साथ जुड़ गया था। उसने ख़ुद को शक्तिशाली बनाने के इरादे से तुम्हारी माँ के बलिदान का एक अंश अपने भीतर ले लिया। अगर वह उस बलिदान की ज़बर्दस्त शक्ति को समझ सकता तो शायद वह तुम्हारे ख़ून को छूने की भी हिम्मत नहीं करता… लेकिन अगर वह समझ सकता, तो वह लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट नहीं होता और कभी किसी की हत्या नहीं करता।
इस दोतरफ़ा सम्बन्ध के सुनिश्चित होने के बाद तुम दोनों की क़िस्मत एक साथ गुँथ गई, जो आज तक के इतिहास में कभी दो जादूगरों के साथ नहीं हुआ है। इसके बाद वोल्डेमॉर्ट ऐसी छड़ी से तुम पर हमला करने गया, जिसका मूल तत्व तुम्हारी छड़ी के मूल तत्व का जुड़वाँ था। और जैसा कि हम जानते हैं, इसकी वजह से बहुत ही अजीब घटना हुई। दोनों मूल तत्वों ने ऐसे तरीक़े से प्रतिक्रिया की, जिसकी लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट कभी उम्मीद भी नहीं कर सकता था, क्योंकि वह नहीं जानता था कि तुम्हारी और उसकी
छड़ी जुड़वाँ हैं।
हैरी, उस रात को वह तुमसे ज़्यादा डरा हुआ था। तुमने तो मौत की सम्भावना को स्वीकार कर लिया था, यहाँ तक कि गले भी लगा लिया था। यह एक ऐसी चीज़ थी, जो लार्ड वोल्डेमॉर्ट कभी नहीं कर सकता था। तुम्हारी हिम्मत जीत गई। तुम्हारी छड़ी ने उसकी छड़ी को हरा दिया। और ऐसा करते समय दोनों छड़ियों के बीच ऐसा कुछ हुआ, जो उनके मालिकों के आपसी सम्बन्ध को दर्शाता था।
मेरा मानना है कि उस रात तुम्हारी छड़ी ने वोल्डेमॉर्ट की छड़ी की कुछ शक्तियाँ और गुण ले लिए, जिसका मतलब यह है कि इसमें थोड़ा-सा वोल्डेमॉर्ट ख़ुद आ गया। यही वजह है कि जब वह तुम्हारा पीछा कर रहा था तो तुम्हारी छड़ी ने उसे पहचान लिया। छड़ी ने पहचान लिया कि वह परिचित और कट्टर दुश्मन है। इसके बाद तुम्हारी छड़ी ने उसी के जादू का इस्तेमाल उस पर किया। वह जादू इतना सशक्त था कि लूसियस की छड़ी ने पहले कभी नहीं किया था। तुम्हारी छड़ी में तुम्हारे प्रबल साहस और वोल्डेमॉर्ट की घातक योग्यता की शक्तियाँ थीं। लूसियस मैल्फ़ॉय की छड़ी के पास बचने का मौक़ा ही कहाँ था?”
“लेकिन अगर मेरी छड़ी इतनी शक्तिशाली थी, तो फिर हर्माइनी ने उसे कैसे तोड़ दिया?” हैरी ने पूछा।
“मेरे प्यारे लड़के, उस छड़ी के उल्लेखनीय परिणाम सिर्फ़ वोल्डेमॉर्ट के मामले तक सीमित थे, जिसने जादू के सबसे गहरे नियमों के साथ ग़लत ढंग से छेड़खानी की थी। सिर्फ़ उसके लिए ही वह छड़ी असामान्य रूप से शक्तिशाली थी। वरना तो वह बाक़ी छड़ियों जैसी ही थी… हालाँकि मुझे यक़ीन है कि अच्छी थी।”, डम्बलडोर ने दयालुता से बात पूरी की।
हैरी लम्बे समय तक या कुछ पलों तक विचार में डूबा रहा। यहाँ पर समय जैसी चीज़ों के बारे में पक्के तौर पर कुछ कहना बहुत मुश्किल था।
“उसने मुझे आपकी छड़ी से मारा।”
“वह तुम्हें मेरी छड़ी से नहीं मार पाया।” डम्बलडोर ने हैरी की बात सही की। “मुझे लगता है कि हम इस बात पर सहमत हो सकते हैं कि तुम मरे नहीं हो — हालाँकि ज़ाहिर है” उन्होंने आगे कहा, जैसे उन्हें डर हो कि उन्होंने ग़लत बात कह दी है, “मैं तुम्हारे कष्टों को कम नहीं आँक रहा हूँ, जो मुझे लगता है कि बहुत गम्भीर थे।”
“मैं इस वक़्त बहुत अच्छा महसस कर रहा हूँ”, हैरी ने अपने साफ़, बेदाग़ हाथों को देखते हए कहा। “हम कहाँ हैं?”
“यही तो मैं तुमसे पूछना चाह रहा हूँ”, डम्बलडोर ने चारों तरफ़ देखते हुए कहा। “तुम्हें क्या लगता है?”
जब तक डम्बलडोर ने यह नहीं पूछा, हैरी को पता नहीं था। बहरहाल, अब उसने पाया कि उसके पास जवाब तैयार था।
हैरी ने धीरे से कहा, “यह तो किंग्स क्रॉस स्टेशन जैसा लगता है। फ़र्क़ सिर्फ़ इतना है कि यह बहुत ज़्यादा साफ़ और ख़ाली है और जहाँ तक मैं देख सकता हूँ, कोई ट्रेन भी नहीं दिख रही है।”
“किंग्स क्रॉस स्टेशन!” डम्बलडोर हँस रहे थे। “अच्छा, सचमुच?”
“तो आपके हिसाब से हम कहाँ हैं?” हैरी ने थोड़े रक्षात्मक अंदाज़ में कहा।
“मेरे प्यारे बच्चे, मुझे ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है। यह तो तुम्हारी पार्टी है।”
हैरी को पता नहीं था कि इसका क्या मतलब है। डम्बलडोर उसे ग़ुस्सा दिला रहे थे। उसने उनकी तरफ़ घूरा, फिर उसे याद आया कि उसे वर्तमान जगह का पता लगाने से ज़्यादा ज़रूरी सवाल पूछना है|
“मौत के तोहफ़े”, उसने कहा और यह देखकर ख़ुश हुआ कि इन शब्दों से डम्बलडोर के चेहरे की मुस्कान उड़ गई।
“ओह हाँ”, उन्होंने थोड़ा चिंतित दिखते हुए कहा।
“तो?”
हैरी जब से डम्बलडोर से मिला था, तब से पहली बार वे बूढ़े के बजाय युवा दिख रहे थे। पल भर के लिए तो वे उस छोटे बच्चे जैसे लगे, जिसे ग़लती करते हुए पकड़ लिया गया हो।
“क्या तुम मुझे माफ़ कर सकते हो?” उन्होंने कहा। “क्या तुम इस बात के लिए मुझे माफ़ कर सकते हो कि मैंने तुम पर पूरा भरोसा नहीं किया? मैंने तुम्हें पूरी बात नहीं बतायी हैरी, मुझे डर था कि मेरी ही तरह तुम भी नाकामयाब हो जाओगे। मुझे डर था कि तुम भी मेरे जैसी ग़लतियाँ करोगे। मैं तुमसे माफ़ी चाहता हूँ, हैरी। अब मैं जान गया हूँ कि तुम मुझसे ज़्यादा अच्छे आदमी हो।”
“आप किस बारे में बोल रहे हैं?” हैरी ने डम्बलडोर के बोलने के अंदाज़ और उनकी आँखों के आँसुओं से हैरान होकर कहा।
“मौत के तोहफ़े, मौत के तोहफ़े”, डम्बलडोर बुदबुदाए। “हताश व्यक्ति का सपना!”
“वे असली हैं!”
“असली और ख़तरनाक। मूर्खों के लिए लालच का जाल”, डम्बलडोर ने कहा। “और मैं कितना मूर्ख था! लेकिन तुम जानते हो, है ना? अब तुमसे कोई बात नहीं छिपी है। तुम सब कुछ जानते हो।”
“मैं क्या जानता हूँ?”
डम्बलडोर ने अपना पूरा शरीर हैरी की तरफ़ घुमाया और उनकी चमकदार नीली आँखों में आँसू अब भी चमक रहे थे।
“मौत का मालिक, हैरी, मौत का मालिक! क्या मैं वोल्डेमॉर्ट से ज़्यादा अच्छा था?”
“ज़ाहिर है आप थे”, हैरी ने कहा। “ज़ाहिर है — आप यह बात सोच भी कैसे सकते हैं? आपने कभी किसी को नहीं मारा, जब आपके पास विकल्प मौजूद थे!”
“सच है, सच है”, डम्बलडोर ने कहा। इस वक़्त वे तसल्ली चाहने वाले बच्चे की तरह दिख रहे थे। “फिर भी मैंने मौत को जीतने का एक तरीक़ा खोजना चाहा, हैरी।”
“उस तरीक़े से नहीं, जिस तरीक़े से उसने किया था”, हैरी ने कहा। डम्बलडोर पर उसके इतने ग़ुस्से के बाद यह अजीब था कि वह ऊँची छत के नीचे बैठकर डम्बलडोर को ख़ुद उन्हीं के हमले से बचा रहा था। “होरक्रक्स नहीं, मौत के तोहफ़े।”
“बिलकुल। होरक्रक्स नहीं, मौत के तोहफ़े”, डम्बलडोर बुदबुदाए।
ख़ामोशी छा गई। उनके पीछे का प्राणी सुबक रहा था, लेकिन हैरी ने पीछे पलटकर नहीं देखा।
“ग्रिन्डेलवाल्ड भी उनकी तलाश कर रहा था?” उसने पूछा।
डम्बलडोर ने एक पल के लिए अपनी आँखें बंद कीं और सिर हिला दिया।
“सबसे बढ़कर इसी बात ने हम दोनों को एक-दूसरे की ओर खींचा था”, उन्होंने धीरे से कहा। “दो चतर, घमंडी लड़के, जिनकी लालसा एक ही थी। मुझे यक़ीन है, तुमने अंदाज़ा लगा लिया होगा कि वह गॉडरिक्स हॉलो क्यों आना चाहता था। क्योंकि वहीं पर इग्नोटस पेवरेल की क़ब्र थी। वह उस जगह पर अच्छी तरह खोज करना चाहता था, जहाँ तीसरा भाई मरा था।”
“तो यह सच है?” हैरी ने पूछा। “वह कहानी? पेवरेल भाई…”
“कहानी में तीन भाई थे”, डम्बलडोर ने सिर हिलाते हुए कहा। “ओह हाँ, मुझे ऐसा ही लगता है। वे वीरान रास्ते में मौत से मिले थे… इस बारे में मुझे ज़्यादा सम्भव यह लगता है कि पेवरेल भाई बहुत ही प्रतिभाशाली और ख़तरनाक जादूगर थे तथा अपने जादू से उन्होंने इन शक्तिशाली वस्तुओं को उत्पन्न किया था। मुझे लगता है कि इनके बारे में मौत के तोहफ़ों की कहानी किंवदंती के रूप में गढ़ ली गई होगी।
जैसा कि तुम अब जानते हो, चोग़ा सदियों तक पिता से बेटे, माता से बेटी तक हस्तांतरित होता आया है। इस वक़्त यह चोग़ा इग्नोटस के आख़िरी जीवित वंशज के पास है, जो इग्नोटस की तरह ही गॉडरिक्स हॉलो गाँव में पैदा हुआ था।”
डम्बलडोर हैरी की तरफ़ देखकर मुस्कराए।
“मैं?”
“हाँ, तुम। मैं जानता हूँ, तुमने अंदाज़ा लगा लिया होगा कि जिस रात तुम्हारे माता-पिता मरे थे, उस रात को यह चोग़ा मेरे पास क्यों था। जेम्स ने मुझे वह चोग़ा कुछ दिन पहले ही दिखाया था। इससे यह स्पष्ट हो गया कि स्कूल में उसकी ज़्यादातर ग़लत हरकतें पकड़ में क्यों नहीं आयी थीं! मैं जो देख रहा था, उस पर मुझे यक़ीन नहीं हुआ। मैंने उसकी जाँच करने के लिए उसे कुछ समय के लिए माँग लिया। मैंने मौत के तीनों तोहफ़ों को एक साथ करने का अपना सपना काफ़ी समय पहले ही छोड़ दिया था, लेकिन मैं उसे क़रीब से देखने के लोभ को नहीं छोड़ पाया… मैंने ऐसा चोग़ा पहले कभी नहीं देखा था, बहुत ही पुराना, हर तरह से आदर्श… फिर तुम्हारे पिता की मौत हो गई और मेरे पास आख़िरकार मौत के दो तोहफ़े हो गए!”
उनके बोलने का अंदाज़ असहनीय रूप से कटु था।
“चोग़े से उन्हें बचने में मदद नहीं मिलती”, हैरी ने जल्दी से कहा। वोल्डेमॉर्ट जानता था कि मेरे मम्मी-डैडी कहाँ छिपे हैं। चोग़ा उन्हें शाप से नहीं बचा पाता।”
“सच है”, डम्बलडोर ने आह भरते हुए कहा। “सच है।”
हैरी ने इंतज़ार किया, लेकिन डम्बलडोर कुछ नहीं बोले, इसलिए उसने उन्हें उकसाया।
“तो जब यह चोग़ा आपको दिखा, तब तक आप मौत के तोहफ़ों की तलाश छोड़ चुके थे?”
“ओह हाँ”, डम्बलडोर ने हल्के से कहा। ऐसा लग रहा था कि वे मजबूरी में हैरी से नज़रें मिला रहे थे। “तुम जानते हो क्या हुआ था। तुम जानते हो। तुम मुझसे उससे ज़्यादा नफ़रत नहीं कर सकते, जितनी कि मैं ख़ुद से करता हूँ।”
“लेकिन मैं आपसे नफ़रत नहीं करता हूँ।”
“तो तुम्हें करनी चाहिए”, डम्बलडोर ने कहा और गहरी साँस ली। “तुम मेरी बहन की बीमारी का रहस्य जानते हो। यह भी जानते हो कि उन मगलुओं ने क्या किया और वह क्या बन गई। तुम जानते हो कि मेरे पिता ने बदला लेना चाहा और उसकी क़ीमत चुकाते हुए अज़्काबान में मर गए। तुम जानते हो कि एरियाना की देखभाल के दौरान मेरी माँ की जान चली गई। मैं इससे चिढ़ता था, हैरी।”
डम्बलडोर ने इसे स्पष्टता से, ठंडे स्वर में कह दिया था। अब वे हैरी के सिर के ऊपर कहीं दूर देख रहे थे।
“मैं प्रतिभाशाली था, चतुर था। मैं ज़िम्मेदारियों से बचना चाहता था। मैं नाम कमाना चाहता था। मैं शोहरत पाना चाहता था। मुझे ग़लत मत समझो!”, डम्बलडोर ने दर्द भरे भाव से कहा, जिससे वे दोबारा बूढ़े दिखने लगे।
“मैं उनसे प्यार करता था। मैं अपने माता-पिता से प्यार करता था। मैं अपने भाई-बहन से प्यार करता था। लेकिन मैं स्वार्थी था, हैरी। तुम तो बहुत ही निस्वार्थ हो, इसलिए तुम यह कल्पना भी नहीं कर सकते कि मैं कितना स्वार्थी था।
जब मेरी माँ मर गईं और मुझ पर मेरी बीमार बहन तथा आवारा भाई की ज़िम्मेदारी आ गई, तो मैं ग़ुस्से और कटुता के साथ अपने गाँव लौटा। मैंने सोचा, मैं फँस गया हूँ, बर्बाद हो गया हूँ! और फिर, ज़ाहिर है, वह आ गया…”
डम्बलडोर दोबारा हैरी की आँखों में देखने लगे।
“ग्रिन्डेलवाल्ड। हैरी, तुम कल्पना भी नहीं कर सकते कि किस तरह उसके विचार मुझ पर हावी हो गए, मुझे सम्मोहित करने लगे। हम शक्ति से मगलुओं को अपने अधीन कर लेंगे। जादूगर जाति विजेता होगी। ग्रिन्डेलवाल्ड और मैं इस क्रांति के मशहूर युवा नायक होंगे।
ओह, मेरे मन में कुछ नैतिक शंकाएँ थीं लेकिन मैंने अपनी अंतरात्मा को खोखले शब्दों से शांत कर दिया। यह सब बहुसंख्यक लोगों की भलाई के लिए होगा और जो भी नुक़सान होगा, जादूगरों को उससे सौ गुना ज़्यादा फ़ायदा होगा। क्या मैं अपने दिल में गेलेर्ट ग्रिन्डेलवाल्ड की हक़ीक़त जानता था? मुझे लगता है कि मैं जानता था, लेकिन मैंने अपनी आँखें मूँद ली थीं। मैं तो बस यह सोच रहा था कि हमारी योजनाएँ अगर साकार हो गईं तो मेरे सारे सपने सच हो जाएँगे।
और हमारी योजनाओं के केंद्र में थे मौत के तोहफ़े! उन्होंने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया था, हम दोनों पर जादू कर दिया था! अजेय छड़ी, वह हथियार जो हमें सत्ता दिलाएगा! पुनर्जीवन पत्थर—उसके लिए इसका मतलब सजीव-लाशों की सेना तैयार करना था, हालाँकि मैंने यह बात नहीं जानने का नाटक किया! मेरे लिए इसका मतलब मेरे माता-पिता को वापस धरती पर लाना था, ताकि मेरे कंधों से ज़िम्मेदारी का बोझ हट जाए।
और अदृश्य चोग़ा… हैरी न जाने क्यों हमने चोग़े के बारे में कभी ज़्यादा बात नहीं की। हम दोनों ही चोग़े के बिना ख़ुद को अच्छी तरह छिपा सकते थे। ज़ाहिर है, चोग़े का सच्चा जादू यह है कि इसका प्रयोग मालिक के साथ-साथ दूसरों को छिपाने और उनकी रक्षा करने के लिए भी किया जा सकता है। मैंने सोचा कि अगर हमें कभी चोग़ा मिला, तो यह एरियाना को छिपाने के काम आएगा। बहरहाल, चोग़े में हमारी दिलचस्पी मुख्य रूप से इसलिए थी, क्योंकि इससे मौत के तोहफ़ों की तिकड़ी पूरी होती थी। ऐसी मान्यता थी कि जो भी व्यक्ति तीनों चीज़ों का मालिक बन जाएगा, वह मौत को सचमच जीत लेगा। इसका मतलब हमने यह निकाला कि वह व्यक्ति अजेय बन जाएगा।
मौत के अजेय मालिक, ग्रिन्डेलवाल्ड और डम्बलडोर! दो महीने का पागलपन, क्रूर सपने और मेरे परिवार के दोनों बचे सदस्यों की उपेक्षा।
और फिर… तुम जानते ही हो कि क्या हुआ। सच्चाई मेरे भाई के रूप में सामने आयी, जो सामान्य, औसत लेकिन बहुत प्रशंसनीय इंसान है। वह जिन सच्चाइयों को चिल्ला-चिल्लाकर कह रहा था, उन्हें मैं सुनना भी नहीं चाहता था। मैं यह नहीं सुनना चाहता था कि मैं एक कमज़ोर और दिमाग़ी रूप से अस्थिर बहन को साथ लेकर मौत के तोहफ़ों की तलाश करने नहीं जा सकता था।
बहस झगड़े में बदल गई। ग्रिन्डेलवाल्ड ने संयम खो दिया। मैं उसके भीतर की जिस क्रूरता को अनदेखा करने का नाटक कर रहा था, वह अब भयंकर तरीक़े से सामने आ गई। मेरी माँ की तमाम देखभाल और सावधानी के बाद… एरियाना… मर गई।”
डम्बलडोर ने हल्के से आह भरी और सचमुच रोने लगे। हैरी ने हाथ बढ़ाया और उसे यह जानकर ख़ुशी हुई कि वह उन्हें छू सकता है। उसने उनकी बाँह कसकर पकड़ ली और डम्बलडोर ने धीरे-धीरे ख़ुद पर क़ाबू पा लिया।
“तो ग्रिन्डेलवाल्ड भाग गया, जैसा कि मेरे अलावा कोई भी भविष्यवाणी कर सकता था। वह ग़ायब हो गया, शक्ति हासिल करने और मगलुओं को यातना देने की अपनी योजनाओं के साथ। वह भाग गया, मौत के तोहफ़ों के अपने सपनों के साथ, जिनमें मैंने उसका उत्साह बढ़ाया था और उसकी मदद की थी। वह भाग गया और मैं अपनी बहन को दफ़न करने के लिए पीछे रह गया। अपराधबोध, भयंकर दुःख और शर्म — मैंने अपनी ग़लती की बहुत बड़ी क़ीमत चुकायी है।
बरसों गुज़र गए। ग्रिन्डेलवाल्ड के बारे में बहुत सारी अफ़वाहें उड़ रही थीं। लोग कहते थे कि उसने असीमित शक्ति वाली एक छड़ी हासिल कर ली थी। इस दौरान मेरे सामने एक बार नहीं, कई बार जादू मंत्री बनने का प्रस्ताव रखा गया। ज़ाहिर है, मैंने इंकार कर दिया। मैं सीख चुका था कि शक्ति के मामले में मैं भरोसे के क़ाबिल नहीं हूँ।
“लेकिन आप फ़ज या स्क्रिमग्योर से ज़्यादा अच्छे रहते, बहुत ज़्यादा अच्छे रहते!” हैरी के मुँह से निकल गया।
“क्या सचमुच?” डम्बलडोर ने भारीपन से कहा। “मुझे इतना यक़ीन नहीं है। बहुत छोटी उम्र में मैं साबित कर चुका था कि शक्ति मेरी कमज़ोरी, मेरा प्रलोभन थी।
यह एक अजीब बात है, हैरी, लेकिन शक्ति के लिए सबसे उपयुक्त लोग वे होते हैं, जिन्होंने इसे कभी नहीं चाहा। तुम्हारी तरह के लोग। जिन पर लीडरशिप थोपी जाती है और जो मजबूरी में बोझ उठाते हैं, उन्हें यह जानकर हैरानी होती है कि वे इसे सबसे अच्छी तरह उठा सकते हैं।
“मैं हॉगवर्ट्स में ज़्यादा सुरक्षित था। मुझे लगता है कि मैं एक अच्छा टीचर था।”
“आप सबसे अच्छे थे।”
“धन्यवाद, हैरी। लेकिन जब मैंने ख़ुद को युवा जादूगरों को प्रशिक्षण देने में व्यस्त कर लिया था, तब ग्रिन्डेलवाल्ड सेना इकट्ठी करने में जुटा था। लोग कहते हैं कि वह मुझसे डरता था और शायद यह सच हो, लेकिन मुझे लगता है कि मैं उससे ज़्यादा डरता था।”
“ओह, मौत नहीं”, डम्बलडोर ने हैरी की सवालिया निगाह के जवाब में कहा। “इसलिए नहीं कि वह मेरे साथ जादू द्वारा क्या कर सकता है। मैं जानता था कि हमारे बीच बराबरी का मुक़ाबला है, शायद मैं उससे थोड़ा ज़्यादा निपुण था। मैं तो सच्चाई से डर रहा था। देखो, मैं कभी नहीं जान पाया कि उस आख़िरी, भयंकर लड़ाई में हममें से किसने वह शाप दिया था, जिससे मेरी बहन की मौत हुई थी। तुम मुझे डरपोक कह सकते हो। मैं डरपोक ही था। हैरी, मुझे सारी चीज़ों से परे यह जानने का डर था कि कहीं मैंने ही तो अपनी बहन को नहीं मारा था, अपने घमंड और मूर्खता से नहीं, बल्कि कहीं मैंने ही तो दरअसल वह वार नहीं किया था, जिसने उसकी जान ली थी।
मैं सोचता हूँ कि वह यह बात जानता था। मुझे लगता है, वह जानता था कि मुझे किससे डर लगता है। मैं उसके साथ द्वंद्वयुद्ध करने को टालता रहा, जब तक कि आख़िरकार टालना शर्मनाक नहीं हो गया। लोग मर रहे थे, वह रोके नहीं रुक रहा था और मुझे पूरी कोशिश करनी ही थी।
तुम जानते ही हो कि इसके बाद क्या हुआ। मैंने द्वंद्वयुद्ध जीत लिया। मैंने छड़ी जीत ली।”
एक और ख़ामोशी। हैरी ने यह नहीं पूछा कि डम्बलडोर को क्या कभी यह पता चला कि एरियाना को किसने मारा था। वह जानना भी नहीं चाहता था। वह यह तो और भी नहीं चाहता था कि डम्बलडोर उसे यह बताएँ। आख़िरकार वह जान गया कि शहिवाख़ के दर्पण में डम्बलडोर ने क्या देखा होगा और डम्बलडोर दर्पण के बारे में हैरी के आकर्षण को क्यों समझते थे।
वे काफ़ी देर तक ख़ामोशी में बैठे रहे। पीछे के प्राणी के सुबकने से अब हैरी ज़रा भी विचलित नहीं हो रहा था।
ख़िर वह बोला, “ग्रिन्डेलवाल्ड ने वोल्डेमॉर्ट को छड़ी के पीछे जाने से रोका था। उसने झूठ बोला था। यह नाटक किया था कि वह छड़ी उसके पास कभी थी ही नहीं।”
डम्बलडोर ने सिर हिलाते हुए अपनी गोद की तरफ़ देखा। उनकी मुड़ी हुई नाक पर अब भी आँसू चमक रहे थे।
“लोग कहते हैं कि बाद के सालों में नर्मनगार्ड में अकेले रहते समय उसे पछतावा हुआ था। मुझे उम्मीद है कि यह सच होगा। मैं यह सोचना चाहूँगा कि उसे अपनी कारगुज़ारियों पर दहशत और शर्म महसूस हुई थी। शायद वोल्डेमॉर्ट से बोला गया झूठ अपने पापों का प्रायश्चित करने की कोशिश थी… वोल्डेमॉर्ट को मौत के तोहफ़े तक पहुँचने से रोकने की कोशिश थी…
“…या शायद आपकी क़ब्र तोड़ने से रोकने की कोशिश थी? हैरी ने सुझाव दिया और डम्बलडोर ने अपनी आँखें पोंछ लीं।
थोड़ी देर ख़ामोश रहने के बाद हैरी बोला, “आपने पुनर्जीवन पत्थर का प्रयोग करने की कोशिश की थी।”
डम्बलडोर ने सिर हिलाया।
“यह मुझे बरसों बाद गॉन्ट परिवार के खंडहर मकान में दफ़न मिला। मौत के इसी तोहफ़े को हासिल करने की मुझे सबसे ज़्यादा तमन्ना थी, हालाँकि युवावस्था में मैं इसे बिलकुल अलग कारणों से हासिल करना चाहता था। इसे देखते ही मेरा दिमाग़ घूम गया, हैरी। मैं बिलकुल ही भूल गया कि अब यह एक होरक्रक्स था, इसलिए अँगूठी में निश्चित रूप से शाप होगा। मैंने अँगूठी उठाकर पहन ली और पल भर के लिए सोचा कि मैं एरियाना और अपने माता-पिता को देख सकूँगा और उन्हें बता सकूँगा कि मैं कितना ज़्यादा, कितना ज़्यादा दुःखी था…
मैं कितना मूर्ख था, हैरी। इतने साल बाद भी मैंने कुछ नहीं सीखा था। मैं मौत के तोहफ़ों को इकट्ठा करने के क़ाबिल नहीं था। मैंने यह बार-बार साबित किया था और यह अंतिम सबूत था।”
“क्यों”, हैरी ने कहा। “यह स्वाभाविक था! आप अपने परिवार को दोबारा देखना चाहते थे। इसमें क्या ग़लत था ?”
“शायद करोड़ों में एक आदमी ही मौत के तोहफ़ों को दोबारा इकट्ठा कर सकता था, हैरी। मैं उनमें से सबसे तुच्छ वस्तु को पाने के क़ाबिल था, जो सबसे कम असाधारण थी। मैं सिर्फ़ अजेय छड़ी का मालिक बनने के क़ाबिल था, जब तक कि मैं इसके बारे में डींगें न हाँकूँ और इससे किसी का जान न लूँ। मुझे इसका इस्तेमाल करने की अनुमति इसलिए दी गई थी क्योंकि मैंने इसे अपने लाभ के लिए नहीं, बल्कि दूसरों को बचाने के लिए हासिल किया था।
चोग़ा मैंने सिर्फ़ दिलचस्पी के लिए लिया था, इसलिए यह मेरे लिए कभी उस तरह काम नहीं कर सकता था, जिस तरह इसने तुम्हारे लिए, अपने सच्चे मालिक के लिए किया है। पत्थर का उपयोग मैंने तुम्हारी तरह बलिदान के लिए नहीं, बल्कि दूसरी दुनिया में शांति से रह रहे लोगों को वापिस बुलाने के लिए किया होता। तुम ही मौत के तोहफ़ों के सबसे उपयुक्त मालिक हो।”
डम्बलडोर ने हैरी का हाथ थपथपाया और हैरी उनकी तरफ़ देखकर हँस दिया। वह ख़ुद को रोक नहीं पाया। अब वह डम्बलडोर से नाराज़ कैसे रह सकता था?
“आपने इसे इतना मुश्किल क्यों बनाया?”
डम्बलडोर की मुस्कान थिरकी।
“हैरी, मुझे मिस ग्रेंजर पर भरोसा था कि वह तुम्हें धीमा कर देगी। मुझे डर था कि तुम्हारा गरम दिमाग़ तुम्हारे अच्छे दिल पर हावी हो जाएगा। मैं डर रहा था कि अगर इन ललचाने वाली वस्तुओं के बारे में मैं तुम्हें सीधे सच्चाई बता दूँगा, तो मेरी तरह तुम भी मौत के तोहफ़ों का पीछा करने लगोगे, ग़लत समय पर, ग़लत कारणों से। मैं चाहता था कि अगर वे तुम्हें मिलें, तो सुरक्षित तरीक़े से मिलें। तुम मौत के सच्चे मालिक थे, क्योंकि सच्चा मालिक मौत से भागना नहीं चाहता है। वह स्वीकार करता है कि उसे मरना होगा और वह समझता है कि दुनिया में मरने से भी बहुत, बहुत ज़्यादा बुरी चीज़ें हैं।”
“और वोल्डेमॉर्ट को मौत के तोहफ़ों के बारे में कभी पता नहीं चला?”
“मुझे नहीं लगता, क्योंकि वह पुनर्जीवन पत्थर को नहीं पहचान पाया और उसने इसे होरक्रक्स बना दिया। लेकिन हैरी, अगर उसे इनके बारे में पता होता, तब भी शायद उसकी दिलचस्पी पहले तोहफ़े के अलावा किसी में नहीं होती। वोल्डेमॉर्ट को चोग़े की कोई ख़ास ज़रूरत नहीं थी और जहाँ तक पत्थर का सवाल है, वह मौत के मुँह से किसे वापस बुलाना चाहता? उसे मुर्दा लोगों से डर लगता है। वह प्यार नहीं करता है।”
“लेकिन आपको यह उम्मीद थी कि वह छड़ी हासिल करना चाहेगा?”
“जब लिटिल हैंगलटन के क़ब्रिस्तान में तुम्हारी छड़ी ने वोल्डेमॉर्ट की छड़ी को हराया, तभी मझे यक़ीन हो गया था कि वह इसके लिए कोशिश ज़रूर करेगा। पहले तो उसे डर था कि तुम बेहतर योग्यता के कारण उससे जीत गए हो। लेकिन ऑलिवैन्डर का अपहरण करने के बाद उसे जुड़वाँ मूल तत्त्वों के बारे में पता चल गया। उसने सोचा कि किसी दूसरी छड़ी के इस्तेमाल से काम बन जाएगा, लेकिन उधार की छड़ी भी तुम पर नाकाम रही! यहाँ वोल्डेमॉर्ट ने ख़ुद से यह नहीं पूछा कि तुममें ऐसा कौन सा गुण है, जो तुम्हारी छड़ी को इतना सशक्त बनाता है; तुममें ऐसी कौन सी प्रतिभा है, जो उसमें नहीं है। इसके बजाय वह उस ताक़तवर छड़ी को खोजने चल दिया, जो लोगों के अनुसार हर छड़ी को हरा देती है। अजेय छड़ी का मालिक बनना उसके लिए एक तरह का जुनून बन गया, जो तुम्हें मारने के उसके जुनून के बराबर ही था। उसे यक़ीन है कि अजेय छड़ी उसकी आख़िरी कमज़ोरी को ख़त्म कर देती है और उसे सचमुच अजेय बना देती है। बेचारा सीवियरस…”
“अगर आपने स्नेप के साथ अपनी मौत की योजना बनायी थी तो आप चाहते थे कि अजेय छड़ी स्नेप के पास पहुँचे, है ना?”
“मैं स्वीकार करता हूँ कि यह मेरा इरादा ज़रूर था”, डम्बलडोर ने कहा, “लेकिन यह मेरे मनचाहे तरीक़े से नहीं हो पाया, है ना?”
“नहीं”, हैरी ने कहा। “यह नहीं हो पाया।”
उनके पीछे का प्राणी उछलता और कराहता रहा, लेकिन हैरी तथा डम्बलडोर अब तक की सबसे लम्बी ख़ामोशी में बैठे रहे। इस दौरान धीमी गिरती बर्फ़ की तरह हैरी को यह एहसास होने लगा कि आगे क्या होगा।
“मुझे वापस जाना होगा, है ना?”
“यह तुम पर है।”
“मेरे पास विकल्प है?”
“ओह हाँ।” डम्बलडोर उसकी तरफ़ देखकर मुस्कराए। “तुम कहते हो कि हम किंग्स क्रॉस स्टेशन में हैं? मैं सोचता हूँ कि अगर तुम वापस न लौटने का फ़ैसला करो, तो तुम… ट्रेन में बैठ सकते हो।”
“और यह मुझे कहाँ ले जाएगी?”
“आगे”, डम्बलडोर ने कहा।
एक बार फिर ख़ामोशी।
“वोल्डेमॉर्ट के पास अजेय छड़ी है।”
“सही कहा। वोल्डेमॉर्ट के पास अजेय छड़ी है।”
“लेकिन आप चाहते हैं कि मैं लौटकर जाऊँ?”
डम्बलडोर ने कहा, “मैं सोचता हूँ कि अगर तुम लौटकर जाने का चुनाव करते हो, तो इस बात की सम्भावना है कि वह हमेशा-हमेशा के लिए ख़त्म हो जाएगा। मैं इस बात का वादा नहीं कर सकता। लेकिन हैरी, मैं इतना ज़रूर जानता हूँ कि अगर तुम वहाँ जाओगे, तो तुमसे ज़्यादा डर उसे होगा।”
हैरी ने एक बार फिर उस अजीब-सी चीज़ की तरफ़ देखा, जो दूर की कुर्सी के नीचे की छाया में काँप और कराह रही थी।
“मरे हुए लोगों पर दया मत दिखाओ, हैरी। जीवित लोगों पर दया दिखाओ। और सबसे बड़ी बात, उन लोगों पर दया दिखाओ, जो बिना प्रेम के जी रहे हैं। लौटकर तुम यह पक्का कर सकोगे कि कम लोग मरें, कम परिवार बिखरें। अगर तुम्हें यह लक्ष्य महत्वपूर्ण लगता है, तो हाल-फ़िलहाल हम विदा लेते हैं।”
हैरी ने आह भरकर सिर हिलाया। इस जगह को छोड़कर जाना उतना मुश्किल नहीं था, जितना कि पहले जंगल में चलकर जाना था, लेकिन यहाँ पर गर्मी, रोशनी और शांति थी। वह जानता था कि वह दर्द और मौत के डर की ओर वापस लौट रहा है। वह उठकर खड़ा हुआ। डम्बलडोर ने भी ऐसा ही किया और एक लम्बे पल तक वे एक-दूसरे को देखते रहे।
“मुझे एक आख़िरी बात बताएँ”, हैरी ने कहा। “क्या यह असली है? या फिर यह मेरे दिमाग़ में हो रहा है?”
डम्बलडोर उसकी तरफ़ देखकर मुस्कराए और उनकी आवाज़ हैरी के कानों में तेज़ी से आ रही थी, हालाँकि चमकती धुंध एक बार फिर आ गई थी, जिससे उनकी आकृति अस्पष्ट हो गई थी।
“ज़ाहिर है, यह तुम्हारे दिमाग़ में हो रहा है, हैरी, लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं कि यह असली नहीं है!”