अंग्रेज़ी में जिसे नाम हिकी दिया गया है
और मेरा रूममेट कहता था, “बटके! बटके!”
वह निशानी तेरी, जैसे तुने ख़ुद ही को
मुझ पर थोड़ा-सा छोड़ दिया है

घूमता था होस्टल में शान से पहन कर
दो बटन खुला कुरता
घर पे बंद गले में छुपाता हूँ

जैसे पिछले कमरे की खिड़की से
तुझे घर ले आया हूँ, और सब घर पर हैं
मैं चाहता हूँ सब को पता चल जाए
पर कोई
हंगामा न करे..

सहज अज़ीज़
नज़्मों, अफ़सानों, फ़िल्मों में सच को तलाशता बशर। कला से मुहब्बत करने वाला एक छोटा सा कलाकार।