nayi kitaab kisse awadh ke - jagdish piyush

विवरण: अवध के किस्सों में लम्बी यात्राएँ हैं। ए भगवान् राम के साथ वन-वन घूमे हैं, तो प्रवासी भारतियों के साथ मारीशस, फिजी, गयाना आदि सुदूर देशों तक जाकर आज भी वहां सुने-कहे जा रहे हैं। श्रमिकों ने इन्हें खुले आसमान व् वृक्षों के नीचे सुनाया, तो गरीबों ने झोंपड़ियों में और धनवानों ने महलों में, ऋषियों-मुनियों ने इन्हें वेदों, पुराणों, आरण्यक ग्रंथों उपनिषदों, रामायण, महाभारत आदि में अपनी शैली में समावेशित किया। लोक साहित्य में विश्वासों में कोई सुदृढ़तर्क योजना भले न दिखे, लेकिन, इनमे प्रतीक या अन्योक्ति की कई छवियाँ दिख जाती हैं। किस्सों में भूत-प्रेत, जादू-टोना, चमत्कार आदि का उल्लेख होता रहता है। इनका आनंद लेकर इनमे उलझे बिना पाठक अपना अर्थ प्राप्त कर लेता है। किस्से अवध के में सामाजिक संबंधो का पूरा भूगोल दिखता है। इसे स्त्री-विमर्श और अस्मिता-विमर्श के दृष्टिकोण से भी पढ़ा जा सकता है। यह भी जाना जा सकता है कि भारतीय समाज की आंतरिक संरचना में जाती और वर्ण आदि की सकारात्मक या नकारात्मक धारणाएं क्या हैं ? इन किस्सों में शाश्वत मान्यताओं की पुष्टि रोचक ढंग से हुई है। इनमे सन्देश और मनोरंजन का मिला-जुला आस्वाद है।

  • Paperback: 192 pages
  • Publisher: Lokbharti Prakashan
  • Language: Hindi
  • ISBN-10: 9352211847
  • ISBN-13: 978-9352211845

इस किताब को खरीदने के लिए ‘किस्से अवध के’ पर या नीचे दी गयी इमेज पर क्लिक करें!

nayi kitaab kisse awadh ke - jagdish piyush

पोषम पा
सहज हिन्दी, नहीं महज़ हिन्दी...