Uncategorized CBSE UGC NET Hindi – Mock Test (January 2017) – Paper III By पोषम पा - September 30, 2017 Share FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmailPinterestTumblr See all NET Hindi Mock Tests here CBSE UGC NET Hindi- Mock Test (Jan 2017) – Paper III हुज्वेरी के अनुसार 'फना' का अर्थ है? जीवात्मा के शरीर का नाश व्यक्ति के अस्तित्व, स्वरुप और गुण का विनाश जीवात्मा का परमात्मा में विलय किसी वस्तु की अपूर्णता का ज्ञान और उसे पाने की इच्छा से विरत होना 'रास पंचाध्यायी' किस छंद में लिखी गई है? इन्द्रवज्रा रोला उपेन्द्रवज्रा मालिनी 'मैं नारि अपावन प्रभु जग पावन रावन रिपु जन सुखदाई। राजीव बिलोचन भव भय मोचन पाहि-पाहि सरनहिं आई।।' 'रामचरितमानस' की उक्त चौपाई में व्यक्त विचार किस पात्र के हैं? अहल्या शबरी तारा मंदोदरी राम और सीता के विवाह के अवसर पर किस कवि ने मिथिला की स्त्रियों से 'गारी गीत' गवाया है? स्वामी अग्रदास केशवदास तुलसीदास प्राणचंद चौहान "अच्युत-चरन तरंगिनी, शिव-सिर मालति-माल। हरि न बनायो सुरसरी. कीजो इंदव-भाल।।" इस दोहे के रचनाकार का नाम है: रसखान रसलीन रहीम रामसहाय निम्नलिखित काव्य कृतियों में से कौन सी कृति 'प्रबंधकाव्य' नहीं है? चंडीचरित्र सुजानहितप्रबंध रामचरित सुजानचरित "लिखन बैठि जाकी सबी गहि गहि गरब गरूर। भए न केते जगत के चतुर चितेरे कूर।।" इस दोहे में 'सबी' शब्द का अर्थ है: काल्पनिक चित्र चित्र (यायिका के समान) आदर्श चित्र मनोनुकूल चित्र गीति संग्रह' के रचनाकार हैं: रसनिधि सूरति मिश्र रसिक गोविन्द श्रीपति 'शकुन्तला नाटक' किसकी रचना है? नागरीदास राम नेवाज जसवंतसिंह 'सूरसागर' के पदों का भावानुसरण करते हुए किस कवि ने कृष्ण के जीवन का चित्रण किया है? प्रेमसखी रामचरणदास ब्रजवासीदास मंचित निम्नलिखित में से जगन्नाथदास 'रत्नाकर' की कौन-सी रचना नहीं है? उद्धवशतक गंगावतरण भ्रमरदूत हिंडोला निम्नलिखित में से कौन-सा काव्य संग्रह शमशेर बहादुर सिंह का नहीं है? काल तुमसे होड़ है मेरी कुछ और कविताएँ कुछ कविताएँ आज अभी आँखों से "कहाँ हो ऐ हमारे प्राण प्यारे। किधर तुम छोड़कर हमको पधारे।। बुढ़ापे में यह दुःख भी देखना था। इसी को देखने को मैं बचा था।।" ये काव्य पंक्तियाँ किस कवि की हैं? प्रतापनारायण मिश्र अम्बिकादत्त व्यास भारतेंदु हरिश्चंद्र उपाध्याय बद्रीनारायण चौधरी "फिर परियों के बच्चे से हम सुभग सीप के पंख पसार। समुद्र पैरते शुचि ज्योत्स्ना में पकड़ इंद्र के कर सुकुमार।।" इन काव्य पंक्तियों के रचनाकार हैं: महादेवी वर्मा सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सुमित्रानंदन पन्त जयशंकर प्रसाद "सब का निचोड़ लेकर तुम सुख से सूखे जीवन में, बरसो प्रभात हिमकन-सा आंसू इस विश्व-सदन में।" उक्त काव्य पंक्तियों के रचियता हैं: सूर्यकांत त्रिपाठी निराला महादेवी वर्मा जयशंकर प्रसाद सुमित्रानंदन पन्त निम्नलिखित में से कौन-सी रचना सुमित्रानंदन पन्त की नहीं है? युगपथ अतिमा उत्तरा गीतगुंज निम्नलिखित में से कौन-सी रचना महादेवी वर्मा की है? निशा गीतिका वीणा नीरजा "कहाँ जाऊं/हर दिशा में/मृत्यु से भी बहुत आगे की/ अपरिमित दूरियां हैं" कविता की ये पंक्तियाँ कुंवर नारायण की किस रचना से हैं? परिवेश: हम-तुम आत्मजयी चक्रव्यूह अपने सामने 'चौपट चपेट' और 'मयंक मंजरी' नाटकों के लेखक हैं: मथुराप्रसाद चौधरी किशोरीलाल गोस्वामी बाबू रामकृष्ण वर्मा रूपनारायण पाण्डेय डॉ गोपालराय के अनुसार हिन्दी में 'नॉवेल' के अर्थ में उपन्यास पद का प्रथम प्रयोग किसने किया? भूदेव मुखोपाध्याय राधाचरण गोस्वामी भारतेंदु हरिश्चंद्र महावीरप्रसाद द्विवेदी Ready to send RELATED ARTICLESMORE FROM AUTHOR Uncategorized CBSE UGC NET Hindi – Mock Test (January 2017) Uncategorized CBSE UGC NET Hindi – Mock Test (June 2016)