विवरण:

“सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला छायावादी कवियों में विशिष्ट हैं। निराला का काव्य व्यक्तित्व सबसे अधिक गत्यात्मक, प्रखर तथा अन्वेषी रहा है, इसका जीवन साक्ष्य प्रस्तुत करती है – उनकी काव्य भाषा। इसमें काव्य , काव्य – भाषा, सामान्य भाषा, भाषा और संवेदना आदि के बारे में विवेचन – विश्लेषण किया गया है। साथ हीे शैली विज्ञान की सैद्धांतिक चर्चा भी हुई है। इसमें निराला जी की काव्य भाषा और उनके काव्यों के सम्बन्ध में विचार करते हुए उनकीे कविता ‘सरोज स्मृति’ का भाषिक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।”

  • Format: Hardcover
  • Publisher: Vani Prakashan (2019)
  • ISBN-10: 938868415X
  • ISBN-13: 978-9388684156
  • ASIN: B07NBH7T35
पोषम पा
सहज हिन्दी, नहीं महज़ हिन्दी...