‘Paribhasha’, short poems by Namrata
1
सम्भावना
एक अमिट दाग़ है
निर्बल मन में गहरे धँसी हुई
प्रतीक्षा के
साइन बोर्ड के साथ।
2
प्रतीक्षा
एक वाहक है
नैराश्य व आशान्वित
के मध्य प्रतिद्वंद्विता के
परिणाम की।
3
आशा
एक दमनकारी शक्ति है
अस्वीकार्य वर्तमान के
विरुद्ध।
4
शक्ति
एक संयोग है
एवं उसका सदुपयोग
एक प्रकार का सुयोग।
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