आप कहते हैं
सामने एक पेड़ है
चलिए मैं माने लेता हूँ
कि सामने एक पेड़ है
हालाँकि जो नहीं है
आप कहते हैं
सामने एक नदी है
चलिए मैं माने लेता हूँ
कि सामने एक नदी है
हालाँकि जो नहीं है
आप कहते हैं
सामने एक स्त्री है
चलिए मैं माने लेता हूँ
कि सामने एक स्त्री है
हालाँकि जो नहीं है
यों आप कहते हैं
यों मैं माने लेता हूँ
वरना क्या आप
और क्या आपका कहना
वो तो माननीय प्रधानमन्त्री जी हैं
और मामला राष्ट्रीयता का है
जो मैं माने लेता हूँ
सामने का वह सब
जो नहीं है!
चैनाराम शर्मा की कविता 'क्यू में लग जाइए'