Tag: a Poem on Partition and Nostalgia

O Des Se Aane Wale Bata - Akhtar Sheerani

ओ देस से आने वाले बता

ओ देस से आने वाले बता किस हाल में हैं यारान-ए-वतन आवारा-ए-ग़ुर्बत को भी सुना किस रंग में है कनआन-ए-वतन वो बाग़-ए-वतन फ़िरदौस-ए-वतन वो सर्व-ए-वतन रैहान-ए-वतन ओ देस से आने...
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