Tag: A poem on Sabrimala

Woman, Foot, Entry, Religious, Temple, Sabarimala

शुद्धिकरण

मेरे बचपन के दोस्त, मेरे प्यारे दोस्त मेरे टिफ़िन को छीन, जीभ से चाट जाने वाले दोस्त मेरे अग्रज, मेरे भाई मेरे हर मौन विलाप को भाँप जाने...
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