Tag: A progressive poem on Women Issues
परदे में क़ैद औरत की गुहार
लिखाय नाहीं देत्यो पढ़ाय नाहीं देत्यो।
सैयाँ फिरंगिन बनाय नाहीं देत्यो॥
लहँगा दुपट्टा नीको न लागै।
मेमन का गाउन मँगाय नाहीं देत्यो॥
वै गोरिन हम रंग सँवलिया।
नदिया प...