Tag: Abdul Bismillah
ख़ून
उनका इन्तक़ाल अचानक हुआ था।
उन दिनों अपने फ़्लैट में वे अकेले थे। बीवी बेटे के पास कनाडा गई हुई थीं। फ़्लैट में उनके अलावा...
शरीफ़ लोग
पत्थर के कोयले से
जो धुआँ उठता है
उसमें एक शहर महकता है
सुना है उस शहर में
शरीफ़ लोग रहते हैं
लेकिन
शराफ़त का
धुएँ से क्या नाता है
यह समझ...
ख़रगोश और चीते की तलाश
संग्रह 'निषेध के बाद' से
जी हाँ, आप बता नहीं सकते
कि आदमी के नाम पर
जिन वैध-अवैध शरीरों को आप देख रहे हैं
उनमें से
किसके भीतर ख़रगोश...
जीना तो पड़ेगा
'जीना तो पड़ेगा' - अब्दुल बिस्मिल्लाह
जून की चिलचिलाती हुई गर्मी और धुर दुपहरी का समय। दुहरे बदन और मझोले कद का एक आदमी ढीली...