Tag: Adam Gondvi
मैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको
आइए महसूस करिए ज़िन्दगी के ताप को
मैं चमारों की गली तक ले चलूँगा आपको
जिस गली में भुखमरी की यातना से ऊबकर
मर गई फुलिया बिचारी एक...
तुम्हारी फ़ाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है
तुम्हारी फ़ाइलों में गाँव का मौसम गुलाबी है
मगर ये आँकड़ें झूठे हैं, ये दावा किताबी है
उधर जम्हूरियत का ढोल पीटे जा रहे हैं वो
इधर...
अदम गोंडवी के कुछ बेहतरीन शेर
Shayari: Adam Gondvi
घर में ठण्डे चूल्हे पर अगर ख़ाली पतीली है,
बताओ कैसे लिख हूँ धूप फागुन की नशीली है।
जल रहा है देश यह बहला रही...