Tag: Adolescence

Ismat Chughtai - Urdu writer

जवानी

जब लोहे के चने चब चुके तो ख़ुदा ख़ुदा करके जवानी बुख़ार की तरह चढ़नी शुरू हुई। रग-रग से बहती आग का दरिया उमड़...
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