Tag: Dalit Literature
मोहनदास नैमिशराय के साथ राजश्री सैकिया की बातचीत
वरिष्ठ लेखक मोहनदास नैमिशराय जी के साथ राजश्री सैकिया की बातचीत
जिस दलित-बहुजन विचारधारा के बूते आज भारत का बौद्धिक समुदाय प्रतिगामी शक्तियों से लड़ने...
‘दलित पैंथर ने दलित साहित्य का भूमण्डलीकरण किया’
दलित पैंथर के संस्थापक ज. वि. पवार से राजश्री सैकिया की बातचीत
ज. वि. पवार दलित-पैंथर के संस्थापकों में एक रहे हैं। इस संगठन ने...
किताब अंश: ‘मुर्दहिया’ – डॉ॰ तुलसीराम
मुर्दहिया डॉ॰ तुलसीराम की आत्मकथा है। 'मुर्दहिया' अनूठी साहित्यिक कृति होने के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के दलितों की जीवन स्थितियों तथा इस क्षेत्र...