Tag: Death

Hand

शिवम तोमर की कविताएँ: मार्च 2022

कुछ संगीतों के लिए वर्तमान वैक्यूम होता है एक तरह का संगीत था मैंने सुना था फ़िल्मों में ख़ास क्षणों में बजता था जब भी बजता सब धीमा-सा हो...
Abstract, Human

कविताएँ: दिसम्बर 2021

एक यूँ ही मौत जिन दिनों मैं उलझ रहा था अपनी नींद से जिन दिनों मैं तोते की तरह रट रहा था ऐतिहासिक तथ्य जिन दिनों रातें बड़ी मुश्किल से...
Sunset

कितने प्रस्थान

सूरज अधूरी आत्महत्या में उड़ेल आया दिन-भर का चढ़ना उतरते हुए दृश्य को सूर्यास्त कह देना कितना तर्कसंगत है यह संदेहयुक्त है अस्त होने की परिभाषा में कितना अस्त हो जाना दोबारा...
Viren Dangwal

रुग्ण पिताजी, शव पिताजी, ख़त्म पिताजी, स्मृति-पिता

रुग्ण पिताजी रात नहीं कटती? लम्‍बी, यह बेहद लम्‍बी लगती है? इसी रात में दस-दस बारी मरना है, जीना है इसी रात में खोना-पाना-सोना-सीना है ज़ख़्म इसी में...
John Donne

जॉन डन की कविता ‘मैं इसलिए नहीं जा रहा हूँ’

कविता: 'मैं इसलिए नहीं जा रहा हूँ' ('Sweetest love, I do not go') कवि: जॉन डन (John Donne) भावानुवाद: दिव्या श्री मेरी प्यारी महबूबा! मैं इसलिए नहीं जा...
John Donne

जॉन डन की कविता ‘मृत्यु इतना घमण्ड मत करो तुम’

कविता: 'मृत्यु इतना घमण्ड मत करो तुम' ('Death, be not proud') कवि: जॉन डन (John Donne) भावानुवाद: दिव्या श्री मृत्यु इतना घमण्ड मत करो तुम हालाँकि कुछ लोगों...
Sharon Olds

शैरन ओल्ड्स की कविता ‘उनकी चुप्पी’

शैरन ओल्ड्स (Sharon Olds) अमेरिकी कवयित्री हैं और न्यू यॉर्क यूनिवर्सिटी में क्रिएटिव राइटिंग पढ़ाती हैं। उन्हें कविता में पुलत्ज़र पुरस्कार प्राप्त है। यहाँ...
Alok Kumar Mishra

कविताएँ: जून 2021

सबक़ इस समय ने पढ़ाए हैं हमें कई सबक़ मसलन यही कि शब्दों से ज़्यादा स्पर्श में ताक़त होती है मिलने के अवसर गँवाना भूल नहीं, अपराध है और जीवन से...
Om Nagar

जीवन की बात

मैं इस हृदय विदारक समय में केवल जीवन के बारे में सोचता हूँ और उसे मेरी मृत्यु की चिन्ता लगी रहती है जबकि मैंने कई बार कहा भी क्या...
Gaurav Tripathi

तुम्हारे बाद

तुम्हें दफ़नाकर जाने वाले जानते हैं अपनी भाग-दौड़ तुम्हारी दवाइयों के लिए, वे नहीं जानते तुम्हारे साँस लेने के परिश्रम को वे जानते हैं गुहार जो लगायी उन्होंने, तुम्हारे...
Sleep, Death

मृत्यु, नहीं आते सपने इन दिनों, लौटना

मृत्यु नहीं आना चाहिए उसे जिस तरह वह आयी है उस तरह जीवन की अनुपस्थिति में निश्चित है आना उसका, पर इस अनिश्चित ढलते समय में वह आयी है आतातायी...
Corona, Covid

उसकी आँखें खुली रहनी चाहिए थीं

(कोरोना से गुज़र गई एक अपरिचित की फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल से गुज़रते हुए) 8 मई, 2021 सत्ता है मछली की आँख और दोनों कर्ता-धर्ता अर्जुन और 'ठाकुर' बने थे चूक...
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