Tag: Depression

Ekta Nahar

अवसाद

1 सबसे भागकर जाना चाहती थी वो कहाँ, ये नहीं मालूम अब सबसे दूर यहाँ कौन सता रहा है उसे क्या है जिससे वो भाग नहीं पा रही पैरों में...
Rajkamal Chaudhary

अनायास

फिर भी कभी चला जाऊँगा उसी दरवाज़े तक अनायास जैसे, उस अँधियारे गलियारे में कोई अब तक रहता हो। फिर भी, दीवार की कील पर अटका...
Kumar Vikal

दुःखी दिनों में

दुःखी दिनों में आदमी कविता नहीं लिखता दुःखी दिनों में आदमी बहुत कुछ करता है लतीफ़े सुनाने से ज़हर खाने तक लेकिन वह कविता नहीं लिखता दुःखी दिनों...
Venu Gopal

वे हाथ होते हैं

दुश्मनों की ख़ुशी पर मुझे कुछ नहीं कहना है। दोस्तों की उदासी ही मुझसे यह कविता लिखवा रही है। जिन अँधेरे रास्तों पर सफ़र शुरू हुआ था, वे एकाएक राज-पथ...
Leaf painting on Woman's Back, Sad, Depression, Hopeless

अवसाद

अवसाद के लिए दुनिया में कितनी जगह थी पर उसने चुनी मेरे भीतर की रिक्तता मेरे भीतर के दृश्य को देखने वाला कोई नहीं था आख़िर नीले आसमान...
Woman

अवसाद में डूबी औरतें

'Avsaad Mein Doobi Auratein', a poem by Pallavi Vinod ये अवसाद में डूबी औरतें कभी निकलना नहीं चाहतीं अपनी उदासी से इनकी उदासियों को चिरंजीवी होने का वरदान...
Shahbaz Rizvi

डर लगता है

'Dar Lagta Hai', a nazm by Shahbaz Rizvi जागती आँखें नींद से बोझल ख़्वाब की जुम्बिश सर्द हवाएँ काली रातें डर लगता था... डर लगता है! सुबह की किरणें रेंगते बादल ओस के...
Shahbaz Rizvi

मौत

'Maut', a poem by Shahbaz Rizvi कितनी उम्र लगती है मौत तक पहुँचने में कोशिशें तो करता हूँ मौत तक पहुँचने की ज़ीने से उतरते वक़्त आँख बन्द रखता हूँ शायद...
Leaf painting on Woman's Back, Sad, Depression, Hopeless

निराशा

निराशा भाव मात्र नहीं है, निराशा एक पूरा ब्रह्मांड है लेकिन ब्रह्मांड के गुण के विपरीत जाकर निराशा ने धरा हुआ है गुरुत्वाकर्षण जो तुम्हारे सूखे कंठ से बहेगा सिगरेट...
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