Tag: Femine

Rangeya Raghav

तूफ़ानों के बीच

बाँध भाँगे दाओ एक रात मरेंगे साथ, जियेंगे साथ अदम्य जीवन
Drought, Femine, Bengal

मरेंगे साथ, जियेंगे साथ

पगडण्डी, पतली-दुबली लजीली। उस पर हमारे पैरों का बोझ। हरियाली में जाकर वह लजवंती खो गई। छेवड़िया ऊँघ रहा था। हवा सनसना रही थी।...
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