Tag: Firaq Gorakhpuri
तेज़ एहसास-ए-ख़ुदी दरकार है
तेज़ एहसास-ए-ख़ुदी दरकार है
ज़िन्दगी को ज़िन्दगी दरकार है
जो चढ़ा जाए ख़ुमिस्तान-ए-जहाँ
हाँ वही लब-तिश्नगी दरकार है
देवताओं का ख़ुदा से होगा काम
आदमी को आदमी दरकार है
सौ गुलिस्ताँ...
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
बहुत पहले से उन क़दमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ऐ ज़िन्दगी, हम दूर से पहचान लेते हैं
मेरी नज़रें भी ऐसे क़ातिलों का जान...