Tag: fish

Chen Kun Lun

चेन कुन लुन की कविताएँ

चेन कुन लुन का जन्म दक्षिणी ताइवान के काओशोंग शहर में सन 1952 में हुआ। वह एक सुधी सम्पादक रहे हैं। चेन लिटरेरी ताइवान...
Naresh Saxena

मछलियाँ

एक बार हमारी मछलियों का पानी मैला हो गया था उस रात घर में साफ़ पानी नहीं था और सुबह तक सारी मछलियाँ मर गई थीं हम यह...
Balkrishna Sharma Naveen

मन मीन

मछली, मछली, कितना पानी? ज़रा बता दो आज, देखूँ, कितने गहरे में है मेरा जीर्ण जहाज़। मन की मछली, डुबकी खाकर कह दो कितना जल है, कितने...
Hand, Gone, Left, Calling, Away

जा चुके लोग

'Ja Chuke Log', a poem by Ritu Niranjan जा चुके लोग अक्सर चले जाने के बावजूद बचे रह जाते हैं जीवन में वक़्त के जिस्म पर खुरचे हुए निशानों...
Ghananand

हीन भएँ जल मीन अधीन

"मछली अपने प्रेमी जल के वियोग के कारण प्राण त्याग देती है और प्रतिदान में जल कुछ नहीं करता।"
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)