Tag: Freedom in Love

Rahul Boyal

बंधनमुक्त प्रेम

उसे पसन्द थीं आलीशान कोठियाँ सज्जा के सब सामान और बंधनमुक्त प्रेम। मैंने तानाशाह बनकर लूट लिए कुछ मुफ़लिसों के घर और बनवा दी एक बड़ी सी कोठी जिसमें सजा दी...
Rahul Boyal

प्रेम भी एक जटिल तंत्र है

मेरा हृदय ठोस है मगर उसमें द्रव भरा है यह द्रव उसके होंठों के रंग से गहरा है मैं द्रव नहीं हो सकता क्योंकि मुझ पर एक जिस्म...
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