Tag: Ghulam Abbas
ये परी चेहरा लोग
Ye Pari Chehra Log | a story by Ghulam Abbas
पतझड़ का मौसम शुरू हो चुका था। बेगम बिल्क़ीस तुराब अली हर साल की तरह...
गूँदनी
मिर्ज़ा बिर्जीस क़द्र को मैं एक अरसे से जानता हूँ। हर-चंद हमारी तबीअतों और हमारी समाजी हैसियतों में बड़ा फ़र्क़ था। फिर भी हम...