Tag: Gujarati Poem

Umashankar Joshi

क्षमा-याचना

'Kshama Yachana', a poem by Umashankar Joshi प्रिये, माफ़ करना यह कि कभी दुलार से नहीं पुकारा तुझे। बहुत व्यस्त मैं आज अपने दोनों के अनेक मिलनों की कथा...
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