Tag: In the memory of father

Father, Hands, Child, Hold

पितृ-स्मृति, पिता की आख़िरी साँस

Poems: Santwana Shrikant पितृ-स्मृति दीवार पर टँगी तस्वीर मेरे पिता की, और उस पर चढ़ी माला, खूँटी पर टँगी उनकी शर्ट, घड़ी जो आसपास ही पड़ी होगी, उनके न होने की कमी पूरी नहीं...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)