Tag: Incomplete Poem
अंतिम अपूर्ण कविता
तुम्हारे सम्पूर्ण शरीर के अर्ध भाग पर
लिखूँगा... मैं एक अपूर्ण कविता....
संसार जानेगा उसे अप्रत्याशित कविता...
अधूरे प्रेम की कसक के गर्भ से निकलेगी
...अतृप्त कविता।
सारा ब्रह्मांड केवल एक नेत्र के अनंत में
समा...