Tag: Irshad Kamil
मेरे कुछ टुकड़े
किताब अंश : इरशाद कामिल की किताब 'काली औरत का ख़्वाब' से | From 'Kali Aurat Ka Khwab', a book by Irshad Kamil
वही अख़बार...
इरशाद कामिल कृत ‘काली औरत का ख़्वाब’
विवरण: सर्दी अभी पूरी तरह उतरी नहीं थी पहाड़ से। घर के आँगन में देर रात तक बैठा जा सकता था। मैं चारपाई पर बैठा...