Tag: Jaan Nisaar Akhtar

Jaan Nisar Akhtar

हम ने काटी हैं तेरी याद में रातें अक्सर

हम ने काटी हैं तेरी याद में रातें अक्सर दिल से गुज़री हैं सितारों की बरातें अक्सर और तो कौन है जो मुझको तसल्ली देता हाथ रख...
Jaan Nisar Akhtar

अच्छा है उनसे कोई तक़ाज़ा किया न जाए

अच्छा है उनसे कोई तक़ाज़ा किया न जाए अपनी नज़र में आप को रुस्वा किया न जाए हम हैं, तेरा ख़याल है, तेरा जमाल है इक पल...
Jaan Nisar Akhtar

अशआर मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं

अशआर मेरे यूँ तो ज़माने के लिए हैं कुछ शेर फ़क़त उनको सुनाने के लिए हैं अब ये भी नहीं ठीक कि हर दर्द मिटा दें कुछ...
Jaan Nisar Akhtar

तजज़िया

मैं तुझे चाहता नहीं लेकिन फिर भी जब पास तू नहीं होती ख़ुद को कितना उदास पाता हूँ गुम-से अपने हवास पाता हूँ जाने क्या धुन समायी रहती है इक...
Jaan Nisar Akhtar

आख़िरी मुलाक़ात

'Aakhiri Mulaqat' Jaan Nisaar Akhtar मत रोको इन्हें पास आने दो ये मुझ से मिलने आए हैं मैं ख़ुद न जिन्हें पहचान सकूँ कुछ इतने धुँधले साए हैं दो पाँव...
Jaan Nisar Akhtar

गर्ल्स कॉलेज की लारी

"उसकी एक पंक्ति 'कमबख़्त ने गाने न दिया एक भी गाना' गर्ल्स कॉलेज में इतनी मक़बूल हुई कि स्थायी रूप से लड़कियों की उस सुपरवाइजर का संक्षिप्त नाम (Nickname) 'कमबख़्त' पड़ गया।"
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