Tag: Kishore Kabra

Kishor Kabra

चन्दा की छाँव पड़ी

चन्दा की छाँव पड़ी सागर के मन में, शायद मुख देखा है तुमने दर्पण में। ओठों के ओर-छोर टेसू का पहरा, ऊषा के चेहरे का रंग हुआ...
Kishor Kabra

बिरजू भैया

ईश्वर के अवतार हुए हैं, बिरजू भैया, पर कितने लाचार हुए हैं, बिरजू भैया। होरी के सिरहाने कोरी रात बिताई, फिर चाहे बीमार हुए हैं, बिरजू भैया। धनिया...
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