Tag: Literature in times of crisis

Dushyant Kumar

संकट और साहित्य

सुनते थे कि साहित्यकार की व्यापक दृष्टि आधारभूत मानवीय मूल्यों पर रहती है और उन्हें समग्र विश्व के परिप्रेक्ष्य में देखती-परखती है। वह तात्कालिकता...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)