Tag: Magical Realism
आख़…थू
इंसान, इंसान को ही मार देता है, मूर्खतापूर्ण कारणों से और वीभत्स रूपों में, लेकिन फिर भी खुद को संवेदनशील दिखाने की कोशिश करता है..
इस बात का बोध इस कहानी के नायक को तब होता है जब वह मछली खाने बैठता है और देखता है कि उस मछली के मुँह के दूसरी तरफ एक पूरी दूसरी दुनिया है और उस दुनिया में प्रवेश भी कर जाता है! उस दुनिया में उसके साथ क्या-क्या होता है, पढ़िए प्रेमनाथ दर की कहानी 'आख़..थू' में..!
वो
"कभी वह सोचता कि दुनिया की सारी लड़कियाँ उसकी बीवियाँ हैं और वह हर एक को छोड़ चुका है। एक दफ़ा एक कब्रिस्तान में उसने छुप कर किसी जवान लड़की को दफ़न होते देखा था। लड़की के हाथ पर कटे का निशान था। वह लड़की उसे आज तक की सबसे ख़ूबसूरत लड़की लगी। उसे यक़ीन हो गया कि उसकी महबूबा मर चुकी है। वह अक्सर उस लड़की की क़ब्र पर जाया करता। पर जल्द ही उसी क़ब्र के आसपास एक अधेड़ उम्र के आदमी को दफ़न होते देखा। इसके बाद उसका मन इस बात से मायूस हो गया कि ज़मीन के नीचे ये आदमी उसकी महबूबा को छुएगा।"