Tag: Mahendra Kumar Waqif

Mahendra Kumar Waqif

महेंद्र कुमार वाक़िफ़ की कविताएँ

मेरी निजता की परिधि में तुम अमावस का चाँद छुपता है गहरे सागर में नींद अंगड़ाइयों में छुप जाती है प्रेम लड़ता है तमाम प्रतिबन्धों से और हारकर छुप...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)