Tag: Mangat Ram Shastri
वाहवाही में दबी वो आह तू सुन ले
वाहवाही में दबी वो आह तू सुन ले।
ओ फ़रेबी उनके दिल की दाह तू सुन ले।
खोजता है क्यों ख़ुदा को मंदिरो-मस्जिद
क़ैद में रहता नहीं...
युद्ध के मैदान से परे
युद्ध में केवल सैनिक ही नहीं मरते
युद्ध मारक होता है कई अर्थों में
युद्ध के मैदान से परे
युद्ध मार करता है आत्मा के अंतिम छोर...
डरे हुए समय का कवि
तब डरे हुए समय का कवि वहाँ पर विराजमान था
जब बिना शहीद का दर्जा पाए लौट रहा था अर्धसैनिक शहीद
और स्वागत में लीपा जा रहा...