Tag: Manoj Meek

Woman, Vote, Democracy

प्रजानन

प्रजातंत्र का प्रजनन काल है वयस्क प्रजा का प्रेम मतों के गर्भ में आकार ले रहा है। सत्ता के पैर भारी हैं किसी पक्ष को मितली आ रही...
Rupee, Economy, Financial, Gandhi, Note

अर्थ-विवशता

"अर्थव्यवस्था की अवस्था के अर्थों की अर्थी सज रही है।" "आने-पाई, चवन्नी-अठन्नी वाला ₹पया हज़ारी होकर भी डालर के कालर तक नहीं पहुँच पाया।"
Giving Flower, Love, Joy, Happiness, Flower

आनंद के विलोम

आनंद की कोख से जन्मा सुख दुःखी है हमने गढ़ लिये हैं भावनाओं के विलोम सूरज दिन भर उजाला रखता है पर हमने ढूँढ ली है चुभती पीली धूप नुकीले पंजे विदेह नीलांबर से नोच लाते हैं नीली...
Stars

अंधेरों की अंधेरगर्दी

तारे क़तार में भागे चाँद देर सुबह तक चाँदनी की पगडंडी पर हाँकता रहा उन्हें धरती के दूसरे छोर तक.. सूरज की बारी है उजली किरणों के झुंड ने झाँक लिया...

ज्यामिति

अनंत के, अथाह के मध्य शरीर के ज्ञात आयतन की संख्य ठोस सतहें हैं परन्तु शुल्बसूत्रीय मस्तिष्क के अज्ञात घनफल की थाह अगणित है सांसारिक ज्यामिति विषमतल है और गणितीय हासिल बहुभुज अशेष अत: घनत्ववान होकर...
Wall, Flower, Street

शब्द बीज

अबकी आषाढ़ पचीसों पसेरी अक्षर बोये थे सावन के पानी में उन्नत शब्दों के अंकुर फूटे हैं अपनी प्रेम धरा पर उत्तम काव्य पौध रोपने के जतन करो व्यवधानों के खर-पतवार उगेगें वक़्त के कीट-पतंगे...

हक़ीक़त

सूचित हो, सभी सूचकाँक उपर हैं, हक़ीक़त औंधे मुँह गिरी जा रही है बाज़ीगरी की ग़ज़ब बारीकियाँ हैं, आँकड़ों की आँखें मूँदी जा रही हैं फ़सलों पर क़ीमतों...
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