Tag: Nasir Kazmi
दिल में इक लहर सी उठी है अभी
दिल में इक लहर-सी उठी है अभी
कोई ताज़ा हवा चली है अभी
कुछ तो नाज़ुक मिज़ाज हैं हम भी
और ये चोट भी नई है अभी
शोर...
अपनी धुन में रहता हूँ
अपनी धुन में रहता हूँ
मैं भी तेरे जैसा हूँ
ओ पिछली रुत के साथी
अबके बरस मैं तन्हा हूँ
तेरी गली में सारा दिन
दुःख के कंकर चुनता...
ऐसा भी कोई सपना जागे
ऐसा भी कोई सपना जागे
साथ मिरे इक दुनिया जागे
वो जागे जिसे नींद न आए
या कोई मेरे जैसा जागे
हवा चली तो जागे जंगल
नाव चले तो...
दिल धड़कने का सबब याद आया
दिल धड़कने का सबब याद आया
वो तिरी याद थी, अब याद आया
आज मुश्किल था सम्भलना ऐ दोस्त
तू मुसीबत में अजब याद आया
दिन गुज़ारा था बड़ी...
मैं हूँ, रात का एक बजा है
मैं हूँ, रात का एक बजा है
ख़ाली रस्ता बोल रहा है
आज तो यूँ ख़ामोश है दुनिया
जैसे कुछ होने वाला है
कैसी अँधेरी रात है देखो
अपने...
पल-पल काँटा-सा चुभता था
पल-पल काँटा-सा चुभता था
ये मिलना भी क्या मिलना था
ये काँटे और तेरा दामन
मैं अपना दुःख भूल गया था
कितनी बातें की थीं लेकिन
एक बात से...