Tag: Nationalism

Kahlil Gibran

खलील जिब्रान – ‘नास्तिक’

खलील जिब्रान की किताब 'नास्तिक' से उद्धरण | Quotes from 'Nastik', a book by Kahlil Gibran चयन: पुनीत कुसुम   "मेरा कोई शत्रु नहीं है, पर भगवान,...
Mahatma Gandhi

राष्ट्रवाद का सच्चा स्वरूप

'मेरे सपनों का भारत' से मेरे लिए देशप्रेम और मानव-प्रेम में कोई भेद नहीं है; दोनों एक ही हैं। मैं देशप्रेमी हूँ, क्‍योंकि मैं मानव-प्रेमी...
Paash

अपनी असुरक्षा से

यदि देश की सुरक्षा यही होती है कि बिना ज़मीर होना ज़िन्दगी के लिए शर्त बन जाए आँख की पुतली में हाँ के सिवाय कोई भी...
Paritosh Kumar Piyush

मुझे फ़ख़्र है अपने देशद्रोही होने पर

मैं जीने के लिए सच का साथ चुनता हूँ मैं कविताएँ लिखता हूँ मैं साहित्य पढ़ता हूँ मेरा कोई धर्म नहीं सिवाय आदमी होने के मैं किसी ईश्वर की पूजा...
Fist, Protest, Dissent

अंकित कुमार भगत की कविताएँ

Poems: Ankit Kumar Bhagat प्रतिरोध काले गुलाब और स्याह परछाइयों के बाद, कालिख पुती दीवारें इस दौर की विशेषताएँ हैं। अँधेरा गहराता ही जाता है, कि असहमतियों को आज़माने की इजाज़त नहीं यहाँ। विद्रोह...

मैं जानता हूँ

मैं उस किसान को जानता हूँ जिसके खेत में इतनी कपास होती है कि रेशे से जिसके, फांसी का फंदा बनता है। मैं उस लुहार को जानता...
premchand

दुनिया का सबसे अनमोल रत्न

"अगर तू मेरा सच्चा प्रेमी है, तो जा और दुनिया की सबसे अनमोल चीज़ लेकर मेरे दरबार में आ, तब मैं तुझे अपनी गुलामी में क़बूल करूँगी। अगर तुझे वह चीज़ न मिले तो ख़बरदार इधर रुख़ न करना, वर्ना सूली पर खिंचवा दूँगी।"

आवश्यकता

आज के परिवेश में वो गरिमामय कल नहीं दिखता! बेशक जरूरी है विकास और राष्ट्रीयता लेकिन उतना ही जरूरी है मानवता और एकता भी जरूरी है एक समाज जिसमें समावेश हो आधुनिकता और...
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