Tag: Naveen Sagar

Naveen Sagar

वह मेरे बिना साथ है

वह उदासी में अपनी उदासी छिपाए है फ़ासला सर झुकाए मेरे और उसके बीच चल रहा है उसका चेहरा ऐंठी हुई हँसी के जड़वत् आकार में दरका है उसकी आँखें बाहर...
Naveen Sagar

हो सकता था

इतनी बड़ी दुनिया में कहीं जा नहीं रहा हूँ भीतर और बाहर जगहें छोड़ता शून्‍य से हटता हूँ। किसी की ओर बढ़ता हुआ मैं हो सकता था बहुत...
Naveen Sagar

कभी आधा, कभी पूरा

छतों की दूरियाँ लाँघता मैं छतों से गिरा खिड़कियों से झाँकता हुआ गलियों में गिरा कभी आधा, कभी पूरा! मैं निकाला गया जिनमें झाड़ू दी लीपा पोता उन घरों से धक्‍के...
Naveen Sagar

वास्तव में अवास्तविक हूँ

जहाँ से शुरू हुआ हूँ वहाँ से पहले से है मेरी शुरुआत जहाँ हुआ हूँ ख़त्म वहाँ से आगे चला गया है मेरा सिलसिला जीवन के विभ्रम की...
Naveen Sagar

प्यार करते हैं

लालच और नफ़रत की आंधी है फ़ोटू में गांधी है और बाज़ार ही बाज़ार है ऐसे में वह दिन आता है जब युद्ध ज़रूरी हो जाता है नज़रें बचाते हुए कहते हैं...
Naveen Sagar

बचते-बचते थक गया

दिन-रात लोग मारे जाते हैं दिन-रात बचता हूँ बचते-बचते थक गया हूँ न मार सकता हूँ न किसी लिए भी मर सकता हूँ विकल्‍प नहीं हूँ दौर का कचरा हूँ हत्‍या...
Naveen Sagar

अच्छी सरकार

यह बहुत अच्‍छी सरकार है इसके एक हाथ में सितार, दूसरे में हथियार है सितार बजाने और हथियार चलाने की तजुर्बेकार है इसका निशाना अचूक है क़ानून की एड़ियों वाले...
Naveen Sagar

मेरी दस्तक

यह दस्‍तक हत्‍यारे की है दूर किसी घर में उठी चीख़ों के बाद। हर तरफ़ दम साधे घरों के निहत्‍थे सन्‍नाटे भर हैं हुआ क्‍या आख़िर कि चीख़ों के इस संसार...
Naveen Sagar

माँ

वह दरवाज़े पर है उस पार से बहुत बड़ी दुनिया पार कर के दस्‍तक जब दरवाज़े पर होगी तब के लिए वह रात-भर दरवाज़े पर है। वह एक भूली हुई...
Naveen Sagar

भागते हैं

हमसे कुचलकर कोई हिलते-भागते दृश्‍य में पीछे छूट जाता है, हम जान छोड़कर भागते हैं जो लोग भागने की कठोरता को देख रहे हैं, जो अपमानित हैं, जिन्‍हें ग़ुस्सा आता है, और...
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