Tag: Neem
तेरे वाला हरा
चकमक, जनवरी 2021 अंक से
कविता: सुशील शुक्ल
नीम तेरी डाल
अनोखी है
लहर-लहर लहराए
शोखी है
नीम तेरे पत्ते
बाँके हैं
किसने तराशे
किसने टाँके हैं
नीम तेरे फूल
बहुत झीने
भीनी ख़ुशबू
शक्ल से पश्मीने
नीम...
नीम की पत्तियाँ
कितनी सुन्दर होती हैं पत्तियाँ नीम की
ये कोई कविता क्या बताएगी
जो उन्हें मीठे दूध में बदल देती है
उस बकरी से पूछो,
पूछो उस माँ से
जिसने...
झुलसे हुए पेड़
एक पेड़ गिराकर हर बार
मृत्यु की एक नयी परिभाषा गढ़ी जाती है
तुम्हारी छोड़ी गयी साँसों पर ही ज़िन्दा है जो
उसके काट दिये जाने से
उम्र...