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Hum Khayal - Shahid Kamal Ansari

मु. शाहिद कमाल अंसारी कृत ‘हम ख़याल’

"उसका शहर भी मेरे शहर के करीब था, जब रास्ता पूछा तो फिर पहचान हो गयी।" विवरण (लेखक की ओर से): 'हम ख़याल' कुछ ऐसे शेर...
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