Tag: No War

Javed Alam Khan

जावेद आलम ख़ान की कविताएँ

तुम देखना चांद तुम देखना चांद एक दिन कविताओं से उठा ज्वार अपने साथ बहा ले जाएगा दुनिया का तमाम बारूद सड़कों पर क़दमताल करते बच्चे हथियारों को दफ़न...
Alok Kumar Mishra

कविताएँ: फ़रवरी 2022

अच्छी दुनिया रहे हैं अच्छी दुनिया के मायने हमेशा से— खिले फूल और तितलियाँ, उड़ती चिड़ियाँ और हरे पेड़। हँसते-खिलखिलाते बच्चे और उनके खेल, प्रेम में डूबे हृदय और...
Agyeya

युद्ध-विराम

नहीं, अभी कुछ नहीं बदला है। अब भी ये रौंदे हुए खेत हमारी अवरुद्ध जिजिविषा के सहमे हुए साक्षी हैं; अब भी ये दलदल में फँसी हुई मौत की मशीनें उनके...
Pigeon, Peace, Bird

प्रेम ही एकमात्र बचा हुआ सफ़ेद ध्वज होगा

सारी लाशें उठकर चल पड़ेंगी क़ब्र को चीरकर सरहदों पर दफ़नाए गए सैनिक रो पड़ेंगें दोनों ओर की ज़मीन से फूटेगा ख़ून का एक दरिया पेड़ों की पत्तियाँ हो जाएँगी सुर्ख़ सारे...
Shamser Bahadur Singh

अमन का राग

सच्‍चाइयाँ जो गंगा के गोमुख से मोती की तरह बिखरती रहती हैं हिमालय की बर्फ़ीली चोटी पर चाँदी के उन्‍मुक्‍त नाचते परों में झिलमिलाती रहती हैं जो एक...
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