Tag: Nostalgic
पेंसिलों वाला सपना
एक अजीब-सा सपना रोज़ देखता हूँ
मेरे पास है चिकने पन्नों वाली डायरी
साथ हैं बेहद सलीक़े से तराशी हुई चन्द पेंसिलें
जिनमें से आती कच्ची लकड़ी की गन्ध,
पेन्सिलों...
लो गर्द और किताबें
सुलगते दिन हैं,
तवील तन्हाइयाँ मिरे साथ लेटे-लेटे
फ़ज़ा से आँखें लड़ा रही हैं
मिरे दरीचे के पास सुनसान रहगुज़र है
अभी-अभी एक रेला आया था गर्द का
जो...
मलबेरी
असीरिया के बादशाह नाइनस का दिल अपने ही जनरल ओनस की बीवी सेमिरामिस पर आ गया। वह उसे पा लेना चाहता था, इसलिए उसने...
याद बहुत आते हैं
याद बहुत आते हैं गुड्डे-गुड़ियों वाले दिन
दस पैसे में दो चूरन की पुड़ियों वाले दिन
ओलम, इमला, पाटी, बुदका, खड़ियों वाले दिन
बात-बात में फूट रही फुलझड़ियों वाले दिन
पनवाड़ी की चढ़ी उधारी,...