Tag: Nursery Poem In Hindi
सूरज दादा
सूरज दादा निकला भाई,
अँधेरों की हुई पिटाई।
धरती का स्कूल खुल गया,
मुर्गे ने जब बाँग लगाई।
पेड़ सब सावधान हो गए,
कोयल ने जब सीटी बजाई।
चिड़ियों ने...
टेसू राजा अड़े खड़े
'Tesu Raja Ade Khade'
Ramdhari Singh Dinkar
टेसू राजा अड़े खड़े
माँग रहे हैं दही बड़े।
बड़े कहाँ से लाऊँ मैं?
पहले खेत खुदाऊँ मैं,
उसमें उड़द उगाऊँ मैं,
फसल काट...
मेले की सैर
मिलके चलेंगे मेले भाई
जाना नहीं अकेले भाई
धेले की पालिश मंगवाओ
कटा फटा जूता चमकाओ
बाइसिकल रस्सी से बाँधो
टोपी पर तमग़ा चिपकाओ
मुँह को बस पानी से चुपड़ो
साबुन...
चाँद
मम्मी से यों रोकर बोली
मेरी जीजी नंदा
जाऊँगी स्कूल तभी, जब
दिखला दोगी चंदा!
मम्मी बोली- चुप रह बिटिया
कहना मेरा मान,
पापा जी का हैट हटाकर
उधर देख आ...
बिल्लू का बस्ता
छोटी सी बिल्लू, छोटा सा बस्ता
ठूँसा है जिसमें काग़ज़ का दस्ता
लकड़ी का घोड़ा, रुई का भालू
चूरन की शीशी, आलू-कचालू
बिल्लू का बस्ता जिन की पिटारी
जब...
बालकवि बैरागी की बाल कविताएँ
Poems: Balkavi Bairagi
चाँद में धब्बा
गोरे-गोरे चाँद में धब्बा
दिखता है जो काला-काला,
उस धब्बे का मतलब हमने
बड़े मज़े से खोज निकाला।
वहाँ नहीं है गुड़िया-बुढ़िया
वहाँ नहीं बैठी है...