Tag: Oriya Poet

War, Blood, Mob, Riots

युद्ध

कुरुक्षेत्र से कुवैत तक धृतराष्ट्रों की आँखें फूट चुकी थीं रक्त में जल रहा था अहंकार घायल किए बिना नहीं लौटता कोई भी अस्त्र एक-एक अजातशत्रु आपस में जूझ रहे...
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