Tag: Poem on Zentangle Doodle

ज़ेनटैंगल

पर्णपाती वृक्षों की भाँति मैं, अपनी बौझक मुस्कान की पत्तियों को गिरा दूँगा—तुम्हें देखकर, रेहन पर रख दूँगा अपनी सारी कोशिकाओं को तुम्हारे अधरों के गुरुत्वाकर्षण से बचने के...
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