Tag: ग़रीबी

Pratibha Sharma

लाल रिबन

मेरे गाँव में सफ़ेद संगमरमर से बनी दीवारें लोहे के भालों की तरह उगी हुई हैं जिनकी नुकीली नोकों में नीला ज़हर रंगा हुआ है खेजड़ी के ईंट-चूने...
Hungry, Poor

ग़ायब लोग

हम अक्षर थे मिटा दिए गए क्योंकि लोकतांत्रिक दस्तावेज़ विकास की ओर बढ़ने के लिए हमारा बोझ नहीं सह सकते थे हम तब लिखे गए जब जन गण मन लिखा...
Bhagwat Rawat

आग पेटी

फिर से खाया धोखा इस बार रत्ती भर नहीं आयी समझदारी ले आया बड़े उत्साह से सीली हुई बुझे रोगन वाली दियासलाई घर में समझकर सचमुच की आग पेटी बिल्कुल...
Aarsi Prasad Singh

बैलगाड़ी

जा रही है गाँव की कच्ची सड़क से लड़खड़ाती बैलगाड़ी! एक बदक़िस्मत डगर से, दूर, वैभवमय नगर से, एक ही रफ़्तार धीमी, एक ही निर्जीव स्वर से, लादकर आलस्य, जड़ता...
nirmal gupt

सदाक़त का शिनाख़्ती कार्ड

सदाक़त देखते ही देखते चौरसी से कुरेद लेता सख़्त से सख़्त काठ पर ख़ूबसूरत बेल-बूटे, नाचता हुआ मोर छायादार पेड़, फुदकती गिलहरी, उड़ती तितली खिला हुआ फूल, खपरेल वाला...
Hungry, Poor

फीकी रोटी

बचपन में मैं मिट्टी खाता था, बड़ा अच्छा लगता था इसका स्वाद फिर बड़ा हुआ तो मालूम हुआ खाने के लिए मिट्टी नहीं रोटी होती है और रोटी ज़मीन पर...
Helping the Poor, Begging

और कितनी सुविधा लेगें

हर त्रासदी में ये पेट खोलकर बैठ जाते हैं बहुत बड़ा होता है इनका पेट इतना बड़ा कि ख़रबों के ख़र्च से बना स्टेच्यू ऑफ़ यूनिटी भी...
Gulsher Khan Shani

जली हुई रस्सी

अपने बर्फ़ जैसे हाथों से वाहिद ने गर्दन से उलझा हुआ मफ़लर निकाला और सफ़िया की ओर फेंक दिया। पलक-भर वाहिद की ओर देखकर...
Swapnil Tiwari

अपनी केवल धार

"जब तक इंसान खाना खाएगा, तब तक उसको तीन चीज़ों की ज़रूरत रहेगी ही। खाने की, आग की और चाक़ू की। खाना किसान उगाता...
Vijay Rahi

एकमात्र रोटी, तुम्हारे साथ जीवन

एकमात्र रोटी पाँचवीं में पढ़ता था उमर होगी कोई दस एक साल मेरी। एक दिन स्कूल से आया बस्ता पटका, रोटी ढूँढी घर में बची एकमात्र रोटी को मेरे हाथ से...
Poverty, Poor

फटेहाल का ख़ज़ाना

दुनिया के नामचीन फ़ोटोग्राफ़र भटकते हैं भूखे-नंगे लोगों की बस्ती में और उन अभावग्रस्त लोगो में से एक चेहरा चुनते हैं ऐसा चेहरा, जो निर्दिष्ट कर दे सारी कहानी उस...
Hand, Touch

घुँघरू परमार की कविताएँ

शीर्षासन देश, जो कि हमारा ही है इन दिनों शीर्षासन में है। इसे सीधा देखना है तो आपको उल्टा होना होगा। माथे में बारूद घुमड़ता रहता अक्सर आधे हाथ नीचे धंसे...
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