Tag: Pradumn R. Chourey
कवि-निकेतन
जहां विचारों की विविधता और
ख्यालों का सम्मान है।
जहां भाषाओं का सम्मेलन और
शब्दों की आवाम है।।
जहां सोने के सिक्कों से ज़्यादा
अल्फ़ाज़ों का दाम है।
कवियों के...
मैं पढ़ता रहूँगा और लिखता भी।
मैं पढ़ता हूँ बेहद कम
और लिखता हूँ बे-कनार
लेकिन कहना चाहूंगा कि -
जो पढ़ता हूँ
रखता हूँ याद।
जब पढ़ता हूँ -
केदारनाथ जी की "पांडुलिपि"
या की उनकी "मातृभाषा"
विनोद...
तस्वीर के तीन लोग
माँ को तस्वीर खिंचवाने का बड़ा शौक था। है नहीं, था। मेरे और छोटे भाई के बड़े होते जाने के साथ वह शौक ज़ईफ़...
एक नदी की मौत
यह बात है एक गांव की, इसी दहर के इसी ग्रह के एक गांव की। मत पूछो किस देश की, मत पूछो किस स्टेट...
निन्यानवे का फेर: ‘तुम्बाड’
वर्तमान में भारतीय फिल्म उद्योग एक बड़े बदलाव से गुज़र रहा है। बड़े कलाकार और जाने-माने चेहरों को लेकर बनाई गई फॉर्मूला फिल्में अब...
परसाई इन मुम्बई
लेखक परसाई से अत्यंत प्रभावित है, इसलिए उन्हें अपनी कहानी का हिस्सा बनाने के मोह को छोड़ नहीं पाया। इस लेख में किसी को...