Tag: Pragya Mishra
अस्मिता
तुम्हारी जीत भरी मुस्कराहट को
देख कर हमेशा ऐसा लगता है
जैसे कितनी मुश्किलें
अपनी सैंडल से मसल कर
कभी धीरे तो कभी तेज़ चलकर कितनी
गिरहें तोड़ती आयी...
सिकुड़न
सूरज मैं तुम्हारा हिस्सा हूँ
मैं अतीत का किस्सा हूँ
मैं आयी हूँ उस गर्भ से
जिस प्रभात के साक्षी तुम
देखो मुझको बेटी समझो
धूप बनाओ आँचल तुम।
रात...
अंकल, आई एम तिलोत्तमा!
'पहचान और परवरिश'
कौन है ये?
मेरी बिटिया है,
इनकी भतीजी है,
मट्टू की बहन है,
वी पी साहब की वाइफ हैं,
शर्मा जी की बहू है।
अपने बारे में भी...