Tag: Preserving what we have

Man outside a village home

अन्त-आरम्भ

'Ant-Aarambh', a poem by Niki Pushkar दुनिया गोल है हर अन्त के पश्चात आरम्भ है इस वृत्ताकार पथ पर चलते हुए हमें लौटना ही होगा फिर वहीं, जहाँ से...
कॉपी नहीं, शेयर करें! ;)