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पलंग
उस साल जब पलाश की नंगी छितरी शाखों पर पहला फूल खिला, तब माँ पूरी तरह स्वस्थ थी। जब पूरा पेड़ दहकता जंगल बन...
प्रियम्वद – ‘धर्मस्थल’
प्रियम्वद की किताब 'धर्मस्थल' से उद्धरण | Hindi Quotes by 'Dharmasthal', a book by Priyamvad
संकलन: विजय शर्मा
"रचना के संसार में जब तुम कुछ नया...