Tag: Pushplata Kashyap

Waiting, Train, Girl, Window, Thinking, Alone, Lonely

अपने उद्देश्य के लिए

एशट्रे में इकट्ठे हुए सिगरेट के ठूँठों को चुपचाप गिनने की कोशिश में वह समय के गुच्छों में उलझी अनेक आकृतियाँ देख रहा है आँखों में कोई...
Sunshine Painting Horizon

उतार-चढ़ाव

'Utaar Chadaav', a poem by Pushplata Kashyap मुझे दुःख है कि मुझे कोई दुःख नहीं है दुःख का दुःख या भय का भय मुझे अब आतंकित नहीं...
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